मुखानी थाना क्षेत्र में हुई चोरी की घटना का आज पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इसके लिए पुलिस को 90 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने पड़े। पुलिस ने शुक्रवार को मुखबिर की सूचना पर दो अभियुक्तों को हैड़ाखान मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया। जहां दोनों अभियुक्त ठगी की घटना को अंजाम देने जा रहे थे. अभियुक्तों का नाम विनोद कुमार शर्मा निवासी बरेली और कालीचरण निवासी अलीगढ़ है. अभियुक्तों के पास से पुलिस ने चोरी की गई सोने की चेन और अंगूठी भी बरामद की. और घटना में इस्तेमाल हुई मोटरसाइकिल संख्या UP25 CA 3347 भी बरामद की गई. मोटरसाइकिल पर यूपी पुलिस का निशान लगा हुआ है.

19 तारीख को ऊंचापुल निवासी डॉक्टर प्रमोद चंद्र गुरुरानी ने मुखानी थाना में तहरीर दी थी. जिसमें मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था. मामले का खुलासा प्रभारी एसपी सिटी डॉ जगदीश चंद्र ने पुलिस भवन में किया है. उन्होंने बताया कि दोनों अभियुक्त लोगों को सम्मोहित कर ठगी का शिकार बनाते थे. एसएसपी नैनीताल के दिशा निर्देश में एक टीम घटना की जांच कर रही थी. घटनाक्रम में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने कड़ियों को जोड़ा और अपराधी तक पहुंचने में सफल हो पाई.
एसपी सिटी ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि अभियुक्त बुजुर्ग व्यक्तियों को शिकार बनाते थे. उन्हें अपनी बातों में उलझा कर उनसे सोने के जेवर लेकर फरार हो जाते थे. पूछताछ के दौरान अभियुक्त विनोद कुमार ने बताया वह पिछले 35 साल से लोगों से सोना चांदी की ठगी कर रहा है. और वह उत्तर प्रदेश पुलिस दरोगा की वर्दी पहन का घूमता है. और उसे चेकिंग के दौरान कोई रोकता भी नहीं है.
बता दें अभियुक्त विनोद कुमार 2020 के अक्टूबर महीने में देहरादून जेल से छूटा है. जिसके बाद रामनगर गूलरहट्टी में किराए पर रह रहा है. वही दूसरे अभियुक्त कालीचरण से उसकी मुलाकात देहरादून जेल में हुई थी. जिसके बाद दोनों ठगी की घटना को अंजाम देने लगे थे.