Lakshya Sen: कॉमन वेल्थ गेम्स(commonwealth games) में आज भारत(india) एक बार फिर उम्दा प्रदर्शन दिखा रहा है।
Lakshya Sen: कॉमन वेल्थ गेम्स(commonwealth games) में आज भारत(india) एक बार फिर उम्दा प्रदर्शन दिखा रहा है। बता दें कि बैडमिंटन(badminton) में भारत ने आज के ही दिन में अपने नाम 2 स्वर्ण पदक कर लिए है। जिनमे से पहला तो पीवी सिंधु(p.v sindhu) ने कनाडा(canada) के मिशेल ली को 21-13 से हराकर जीता तो वही दूसरा स्वर्ण पदक उत्तराखंड(uttarakhand) के होनहार युवक लक्ष्य सेन(lakshya sen) ने मलेशिया के ज़ी योंग को हराकर जीता।
बात करें पीवी सिंधु की तो ये एक ऐसा नाम है जो सालो से बैडमिंटन खेल के साथ जुड़ा हुआ है जो कि भारत को कई बार गौरवान्वित कर चुकी है वही उत्तराखंड के रहने वाले लक्ष्य सेन भी अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खुद को बखूबी साबित कर रहे है। उत्तराखंड के अल्मोड़ा(almora) के रहने वाले लक्ष्य सेन के बारे में बात करें तो बता दें कि उनका पूरा परिवार ही बैडमिंटन खेल से पीढ़ियों से जुड़ा हुआ रहा है। उनके दादा से लेकर उनके पिता तक हर कोई बैडमिंटन में अपना नाम कर चुका है। यहाँ तक की उनके पिता ने ही बचपन से उनको ट्रेनिंग दी है और आज उन्होंने अपने बेटे के पीछे जो म्हणत की है वो बड़े ही शानदार तरीके से रंग लाइ है क्योंकि लक्ष्य सेन ने कोई छोटी उपलब्धि नहीं बल्कि कामनवेल्थ में स्वर्ण पदक जीतने की उपलब्धि हासिल की है।
उनकी इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के बाद अब भारत के पास कुल 20 स्वर्ण पदक हो गए है जो कि वाकय ही काबिले तारीफ है। लक्ष्य सेन के स्वर्ण पदक जीतने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(cm pushkar singh dhami) ने भी ट्वीट कर लक्ष्य को बधाई दी है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(pm narendra modi) ने भी ट्वीट के जरिये लक्ष्य की उपलब्धि की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी है।