प्रधानमंत्री मोदी ने 'ब्रह्मकमल पहाड़ी टोपी' को दिलाई वैश्विक पहचान

इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड की पहाड़ी टोपी पहने नजर आए. उन्होंने वर्चुअल रैली और फिजिकल रैली के दौरान भी इस टोपी को पहना

प्रधानमंत्री मोदी ने 'ब्रह्मकमल पहाड़ी टोपी' को दिलाई वैश्विक पहचान
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इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड की पहाड़ी टोपी पहने नजर आए. प्रधानमंत्री ने ब्रह्म कमल टोपी पहनकर देवभूमि से अपना लगाओ जाहिर किया था. इसके बाद उन्होंने वर्चुअल रैली और फिजिकल रैली के दौरान भी इस टोपी को पहना. फिर क्या था,, अचानक इस पहाड़ी टोपी की हर तरफ डिमांड बढ़ने लगी, सप्लाई कम थी और डिमांड ज्यादा थी। यह ब्रह्म कमल पहाड़ी टोपी है, जो उत्तराखंड देवभूमि को प्रदर्शित करती है।

पीएम मोदी की ब्रांडिंग के बाद यह टोपी ट्रेनिंग में आ गई, ट्रेंड इतना बढ़ा कि विधानसभा चुनाव के दौरान नेताओं और उनके समर्थक इस टोपी को पहने हुए दिखाई दिए। खासकर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के सर पर टोपी पूरे चुनाव के दौरान नजर आई.

हालाँकि, पहाड़ी टोपी इससे पहले भी पहनी जाती रही है. लेकिन मसूरी के समीर शुक्ला ने इसमें थोड़ी क्रिएटिविटी की है. उन्होंने टोपी पर साइड से एक लाइन दी और देवपुष्प के साथ राज्यपुष्प ब्रह्मकमल को पिरोया है. जिसके बाद टोपी में उत्तरखंडियत दिखने लगी, इसकी खूबसूरति ने सभी को क़ायल कर दिया।

गणतंत्र दिवस के अवसर के बाद पीएम मोदी ने उत्तराखंड की टोपी को दुनियाभर पहचान दिला दी है. उत्तराखंड में टोपी की इतनी मांग है कि बनाने वालों को फुर्सत नही है, सही मायने में कहा जाए तो उत्तराखंड की इस टोपी को पहचान दिलाने में सबसे नबादा श्रेय पीएम मोदी को जाएगा।

देश दुनिया के किसी कोने में अगर उत्तराखंड के किसी उत्पाद की ब्रांडिंग होती है, तो इसका फायदा उत्तराखंड वासियों को ही होगा। टोपी की सप्लाई से उत्तराखंड को आर्थिक लाभ मिलेगा।

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