अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी पांडे को जूना अखाड़े से बर्खास्त कर दिया गया है. जूना अखाड़े की जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद यह फैसला लिया गया
Almora News: अल्मोड़ा जेल(Almora Jail) में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन(Underworld Dawn) प्रकाश पांडेय उर्फ पीपी को जूना अखाड़े से बर्खास्त कर दिया गया है। जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरी ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अखाड़े ने प्रकाश पांडेय की दीक्षा के मामले में जांच के लिए अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम गिरी की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी का गठन किया था ।
संबंधितों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जूना अखाड़े के कुछ संतों ने प्रकाश पांडेय(Prakash Pandey) को अल्मोड़ा जेल में सन्यास(renunciation) की दीक्षा दी थी, जिसके
बाद यह मामला तूल पकड़ गया। अखाड़े ने इस विवाद के बाद मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू की। जांच कमेटी को दशहरा तक की समय सीमा दी गई थी, जिसमें जांच पूरी करने के बाद पीपी को अखाड़े से बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया।
वहीं अब प्रकाश पांडे उर्फ पीपी का बयान सामने आया है , जिसमे उन्होंने कहा कि मेरे निष्कासन पर जो खबर आई है उससे मैं बहुत दुखी हूं मुझे समझ में नहीं आ रहा कि यह मेरे साथ क्या राजनीति हुई है। मैं अपने गुरु ब्रह्मलीन श्री डण्डीनाथ, (भारत परिषद) से जुड़ा हूं.!
शास्त्रोक्त नियमों के अनुसार सामान्यतः संन्यास की दीक्षा सिर्फ एक ही गुरु से ली जा सकती हैं, मेरे गुरुदेव श्री डण्डीनाथ हैं,
जब दिनांक : 5 sep 2024 को दीक्षा के सामान्य नियमों का भी पालन नहीं हुआ, तो फिर दीक्षा की बात कहां से आई? संवैधानिक रूप से जब किसी अनुष्ठान की अनुमति ही संवैधानिक कानून नहीं देता तो यह दीक्षा कैसे संभव है?मैंने अपनी साधना में आने वाली परेशानियों में मार्गदर्शन के हेतु, गुरुदेव श्री राजेन्द्र गिरी का मार्गदर्शन चाहा था जो मुझे मिला।
आज की परिस्थितियों में जो भी लोग इस विषय पर बयान बाजी कर रहे हैं उन्हें परिस्थितियों का और धार्मिक शास्त्रों का ज्ञान होना आवश्यक है।
वैराग्य किसी भी व्यक्ति को कभी भी हो सकता है मुझमें भी वैराग्य जागृत हुआ और मैं संन्यास की दीक्षा ली है उसका मैं पालन करता हूं मुझे धर्म का बहुत ज्ञान नहीं है अतः मैने संतो का परामर्श लिया था। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी और स्वामी हरि गिरी जी से कर जोड़ प्रार्थना है कि वे मुझे इस दुष्प्रचार से बचाएं।
इस मीडिया बाजी से हमारे धर्म, अखाड़े और हमारे धार्मिक नियमों का नुकसान हो रहा है।मै आश्चर्य चकित हूं, की इतनी मीडिया रिपोर्ट्स कहां से आ रही है और एक संत से धार्मिक मुलाकात पर कौन उंगली उठवा रहा है? कृपया एक धर्म की राह में आते सनातनी को बल प्रदान करें, बस मेरी यही प्रार्थना है।।