21 नवंबर को APO के 63 पदों की भर्ती के लिए प्री का एग्जाम होना है. लेकिन परीक्षा के 3 दिन पहले पेपर लीक होने की बात सामने आ रही है. परीक्षा के आवेदकों के पास व्हाट्सप्प पर मैसेज आ रहे हैं.
देहरादून. उत्तराखंड में 21 नवंबर को APO की परीक्षा होनी है. लेकिन उससे पहले ही यह परीक्षा सवालों के घेरे में आ गई है, जिससे छात्रों के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं. उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से एपीओ की परीक्षा आयोजित की जा रही है. जिसमें फर्जीवाड़े का आशंका बढ़ती जा रही है. अभ्यर्थियों के मोबाइल नंबर पर पेपर लीक कराने के मैसेज आ रहे है. जिसकी शिकायत आवेदकों ने आयोग में की है, शिकायत मिलने के बाद एसटीएस ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है.
21 नवंबर को APO के 63 पदों की भर्ती के लिए प्री का एग्जाम होना है. लेकिन परीक्षा के 3 दिन पहले पेपर लीक होने की बात सामने आ रही है. परीक्षा के आवेदकों के पास व्हाट्सप्प पर मैसेज आ रहे हैं. और पेपर लीक करने का दावा किया जा रहा है. जिसमें 3 दिन पहले पेपर उपलब्ध करा दिया जाएगा. इसके एवज में 25 हज़ार की मांग की जा रही है. इसके साथ पेपर लेने के लिए लिंक भी दिया गया है. अब तक कितने अभ्यर्थियों के पास इस तरह के मैसेज पहुंचे हैं, इसकी जानकारी पूर्ण रूप से नहीं है, लेकिन कहा जा रहा है कि ज्यादातर अभ्यर्थियों के पास यह मैसेज आए हैं.
दिल्ली में जुडिशरी की पढ़ाई करने वाले अभ्यर्थी काशिफ परीक्षा की जांच कराने की मांग कर रहे हैं. वहीं दूसरे अभ्यर्थी जीके विश्वकर्मा ने कहा पेपर लीक की बात सामने आ रही है. जिससे हज़ारो लाखो बच्चो का भविष्य दांव पर लग सकता है.
दैनिक जागरण में छपी खबर के मुताबिक उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के सचिव करनैल सिंह ने कहा कि कुछ आवेदकों ने इस तरह की शिकायत की है. कि ईमेल के जरिए उन पर संदेश आ रहे हैं. उन्होंने आवेदकों से कहा कि किसी तरह के बहकावे में ना आए. और आयोग निष्पक्ष जांच कराने के लिए तत्पर है. इस मामले की जांच कमेटी तय कर दी गई है.
APO की परीक्षा में 10 दिन का समय भी नहीं बचा है. अब ऐसे में जांच कितने दिन में सामने आएगी, इसका अंदाज़ा लगाना ख्याली पुलाओ जैसा है. 21 नवंबर को होने वाली इस परीक्षा पर सवालो के बादल मंडराने लगे हैं, और सवाल उठना लाजमी भी है. क्योंकि APO की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों का डाटा आखिर आयोग से लीक कैसे हुआ. और जिस तरह से इसमें पेपर लेने के लिए लिंक दिया गया है, उससे साइबर फ्रॉड से जुड़े होने की भी आशंका जताई जा रही है.