त्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाए जाने की मांग पर कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष अकील अहमद ने पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने अपने इस बयान में कहा कि यह उनकी अपनी निजी राय थी
उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाए जाने की मांग पर कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष अकील अहमद ने पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने अपने इस बयान में कहा कि यह उनकी अपनी निजी राय थी। पार्टी के बड़े नेताओं ने अभी इस पर कुछ नहीं कहा है। उनका यह बयान सामने क्यों आया है, हम आपको बताएंगे इससे पहले आपको बता देते हैं कि आखिर मामला क्या है। और क्यों भाजपा ने इसको तुरंत कैच कर लिया।
जिन लोगों ने देवप्रयाग में संस्कृत विश्वविद्यालय नहीं बनने दिया, वो लोग आज एक संप्रदाय विशेष को खुश करने के लिए उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने का वचन दे बैठे हैं। क्या देवभूमि ऐसे लोगों को माफ कर पाएगी? pic.twitter.com/UjmRHzlhSt
— BJP Uttarakhand (@BJP4UK) February 1, 2022
मंगलवार को कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अखिल अहमद का वीडियो सामने आया. जिसमें उन्होंने कहा कि हरीश रावत और प्रदेश प्रभारी ने राज्य में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने का वादा किया है. उन्होंने मांग की थी एक मुस्लिम यूनिवर्सिटी होनी चाहिए, जिसमें मुस्लिम बच्चे आए और पढ़ाई कर सकें शिक्षित हो सके. उन्होंने कहा इस संबंध में प्रदेश प्रभारी और हरीश रावत से भी बात हुई. हरीश रावत ने कहा अगर मुख्यमंत्री बनता हूं तो यह काम होंगे।
उनके इस बयान के बाद भाजपा ने ट्वीट कर कांग्रेस पर निशाना साधा है. भाजपा ने कहा जिन लोगों ने देवप्रयाग में संस्कृत विश्वविद्यालय नहीं बनने दिया। वह लोग आज एक संप्रदाय विशेष को खुश करने के लिए उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने का वचन दे बैठे हैं. क्या देवभूमि ऐसे लोगों को माफ कर पाएगी।
मुस्लिम यूनिवर्सिटी की पर घमासान छिड़ने के बाद अतीक अहमद का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने अपने बयान से पल्ला झाड़ लिया है। और कहा कि उनकी कांग्रेस नेताओं से कोई बात नहीं हुई है। यह उनकी अपनी निजी राय है। लेकिन उनके इस बयान को भाजपा ने चुनावी मुद्दा बना लिया है और वह इसे भुनाने में कोई कसर नही छोड़ेगी।