प्रदेश में कांग्रेस ने ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ईवीएम में गड़बड़ी होने की आशंका जाहिर की थी. जिसके बाद प्रदेश संगठन सक्रिय हो गया है.
प्रदेश में चुनाव मुकम्मल हो गए हैं. चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे। सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के अनुमान लगा रही है. और सरकार बनाने पर भी मंथन करने लगी है. वहीं प्रदेश में कांग्रेस ने ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ईवीएम में गड़बड़ी होने की आशंका जाहिर की थी. जिसके बाद प्रदेश संगठन सक्रिय हो गया है. कांग्रेस ने जिला अध्यक्ष नगर अध्यक्ष को ईवीएम मशीन की जिम्मेदारी का जिम्मा सौंपा है. जहां 24 घंटे उन्हें कार्यकर्ता टेंट लगाकर पहरेदारी कर रहे हैं. हालांकि प्रदेश भर में ईवीएम मशीन सीआरपीएफ के जवानों के घेरे में हैं. और उनकी सुरक्षा चाक-चौबंद है।
प्रदेश कांग्रेस ने ईवीएम में छेड़छाड़ को लेकर आशंकित है. पार्टी ने और प्रत्याशियों को मतगणना होने तक स्ट्रांग रूम की निगरानी करने को कहा है. वहीं प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा के रिकॉर्ड को देखकर यह कदम उठाया गया है.
वहीं हल्द्वानी में भी एमबीपीजी कॉलेज में स्ट्रांग रूम बनाया गया है। जहां सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है। सीआरपीएफ के जवानों ने इस स्ट्रांग रूम को घेर रखा है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लालकुआं विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। और उनकी भी ईवीएम मशीन एमबीपीजी कॉलेज के स्ट्रांग रूम में रखी हुई है। ऐसे में उन्होंने चिंता जाहिर की थी, इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता निगरानी दे रहे हैं। आपको बता दें हल्द्वानी में नैनीताल जिले की 6 विधानसभाएं आती हैं. हल्द्वानी, लालकुआं, रामनगर, कालाढूंगी, भीमताल, नैनीताल के प्रत्याशियों का भविष्य इन मशीन में कैद हैं. ऐसे में कांग्रेस संगठन किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है. जिसके लिए उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को 10 मार्च तक प्रदेश भर में स्ट्रांग रूम के पास बैठाया हुआ है.