आज कल सोशल मीडिया पर एक ही चर्चा है. कि हरक सिंह रावत का अगला कदम क्या होगा। वह किस खेमे से चुनावी मैदान में जाएंगे। क्योंकि चुनावी रण शुरू हो चुका है. और नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू हो चुकी है.
आज कल सोशल मीडिया पर एक ही चर्चा है. कि हरक सिंह रावत का अगला कदम क्या होगा। वह किस खेमे से चुनावी मैदान में जाएंगे। क्योंकि चुनावी रण शुरू हो चुका है. और नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू हो चुकी है. लेकिन अभी तक हरक सिंह रावत किस ओर से चुनाव लड़ेंगे। यह तय नहीं हो पाया है. 5 दिन पहले भाजपा से हरक सिंह रावत को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था. इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वह कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं. लेकिन कांग्रेस ने उन्हें वेट एंड वॉच की स्थिति में रखा. जिसका अभी तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है। जिससे सोशल मीडिया पर एक सवाल तैरने लगा है। कि हरक सिंह रावत भाजपा में लौट सकते हैं।
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत पिछले 5 दिनों से कांग्रेस से उम्मीद लगाए हुए हैं. कि कांग्रेस उनका हाथ थामेगी, लेकिन अभी तक हरक सिंह रावत को किसी तरह का कोई संकेत नहीं मिला है. ऐसे में लोगों को कहना है कि हरक सिंह रावत जल्द ही कोई फैसला ले सकते हैं. वहीं कांग्रेस के कुछ लोगों का कहना है कि पार्टी उन्हें अहसास कराना चाहती थी. कि उन्होंने 2016 में जो किया वह गलत था. और शायद इसका अहसास उन्हें हो गया है. तो जल्द हरक सिंह रावत की वापसी हो सकती है.
वहीं इस मामले में हरक सिंह रावत ने कहा कि अब समय कम है। और नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ऐसे में वह आज तय करेंगे कि वह किस मोर्चे से चुनावी मैदान में होंगे।
डॉ हरक सिंह रावत इस बात से भी नाराज है कि कांग्रेस ने उनका हाथ थामने में देरी की है। जिस वजह से एक बार फिर उनकी भाजपा में वापसी की चर्चाए तेज हो गई है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि हरक सिंह ने बीजेपी अध्यक्ष और चुनाव प्रभारी से भी बातचीत की है, और इस पूरे प्रकरण में भगत सिंह कोश्यारी की भूमिका अहम है।
फिलहाल आने वाले वक्त में क्या होगा यह कहना अभी मुश्किल है, लेकिन आज शाम तक इसकी स्थिति बहुत साफ हो जाएगी, की हरक सिंह रावत किस ख़ेमे से चुनावी मैदान में आएंगे, साथ ही शाम तक कांग्रेस की भी प्रत्याशियों की सूची जारी हो जाएगी। जिससे कयासों पर विराम लगेगा।