मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड निदेशक योगेश कुमार ने बताया मध्यांचल के 90 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाने का काम जल्द शुरू करने जा रहे हैं। इससे बिजली बिलिंग की व्यवस्था पारदर्शी होगी।
UPPCL: चंद माह बाद बिजली की रीडिंग (electrical readings) लेने के लिए मीटर रीडर (meter reader) की जरूरत नहीं पड़ेगी। बिजली का बिल मोबाइल पर ही आएगा। बिजली विभाग (electricity department) ने स्मार्ट मीटर लगाने की प्रकिया तेज कर दी है। पहले चरण में बिजली घरों के फीडर (feeder) और ट्रांसफार्मरों (transformers) के बाहर लगने वाले मीटरों को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा है।
महीने के अंतिम सप्ताह से सामान्य प्री पेड मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। राजधानी में बीस हजार से अधिक प्री पेड मीटर के उपभोक्ता हैं। यही नहीं सोलर रूफ टाप वाले जिन उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर नहीं लगे हैं, उनके यहां भी यह स्मार्ट मीटर लगेंगे। कुल मिलाकर आने वाले समय में सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगने से मीटर रीडर का काम खत्म खत्म हो जाएगा।
चंद माह बाद बिजली की रीडिंग लेने के लिए मीटर रीडर की जरूरत नहीं पड़ेगी। बिजली का बिल मोबाइल पर ही आएगा। बिजली विभाग ने स्मार्ट मीटर लगाने की प्रकिया तेज कर दी है। पहले चरण में बिजली घरों के फीडर और ट्रांसफार्मरों के बाहर लगने वाले मीटरों को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा है।
महीने के अंतिम सप्ताह से सामान्य प्री पेड मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। राजधानी में बीस हजार से अधिक प्री पेड मीटर के उपभोक्ता हैं। यही नहीं सोलर रूफ टाप वाले जिन उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर नहीं लगे हैं, उनके यहां भी यह स्मार्ट मीटर लगेंगे। कुल मिलाकर आने वाले समय में सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगने से मीटर रीडर का काम खत्म खत्म हो जाएगा।
चंद माह बाद बिजली की रीडिंग लेने के लिए मीटर रीडर की जरूरत नहीं पड़ेगी। बिजली का बिल मोबाइल पर ही आएगा। बिजली विभाग ने स्मार्ट मीटर लगाने की प्रकिया तेज कर दी है। पहले चरण में बिजली घरों के फीडर और ट्रांसफार्मरों के बाहर लगने वाले मीटरों को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने का काम किया जा रहा है।
महीने के अंतिम सप्ताह से सामान्य प्री पेड मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। राजधानी में बीस हजार से अधिक प्री पेड मीटर के उपभोक्ता हैं। यही नहीं सोलर रूफ टाप वाले जिन उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर नहीं लगे हैं, उनके यहां भी यह स्मार्ट मीटर लगेंगे। कुल मिलाकर आने वाले समय में सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगने से मीटर रीडर का काम खत्म खत्म हो जाएगा।
मध्यांचल के 90 लाख उपाभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाने का काम जल्द ही शुरू करने जा रहे हैं। इससे बिजली बिलिंग की व्यवस्था पारदर्शी हो जाएगी। मीटर लगाने का काम कई महीने चलेगा।