अल्मोड़ा का आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज झेल रहा शिक्षकों के आभाव कि मार,ऐसे में कैसे होगा बच्चों का बेड़ा पार !!

उत्तराखंड में बुनियादी सुविधाओं के अभाव मे पलायन लगातार बढ रहा है। स्कूलों में अध्यापक ना होने से लोग बच्चों को पढ़ाने के लिए शहरों का रूख कर रहे हैं

अल्मोड़ा का आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज झेल रहा शिक्षकों के आभाव कि मार,ऐसे में कैसे होगा बच्चों का बेड़ा पार !!
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ALMORA NEWS; अल्मोड़ा जिले के विकास खंड सल्ट के आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज मानिला में शिक्षकों नियुक्ति को स्थानीय ग्रामीणों और अभिभावकों ने खण्ड शिक्षा अधिकारी सल्ट , एसडीएम भिकियासैंण सीमा विश्वकर्मा(SDM Bhikiyasain Seema Vishwakarma) को ज्ञापन सौंपा। बता दे उत्तराखंड में बुनियादी सुविधाओं के अभाव मे पलायन लगातार बढ रहा है। स्कूलों में अध्यापक ना होने से लोग बच्चों को पढ़ाने के लिए शहरों का रूख कर रहे हैं। दरअसल आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज मानिला में काफी समय से शिक्षकों की कमी चलते बच्चौ को शिक्षा नहीं मिल पा रही है।

जब कि शिक्षा विभाग का दावा है कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जाएगा। लेकिन शिक्षा विभाग के दावे  घोषणा तक ही सीमित रह पाते है। धरातल में शिक्षकों की कमी दूर नहीं हो पाई। जिसमे अभिभावकों का आरोप है कि शिक्षकों की कमी के चलते बच्चों के पठन- पाठन ब्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है। लेकिन अभिभावकों को शिक्षा विभाग  के अधिकारी आश्वासन देकर पल्ला झाड़ रहे हैं। तो वही शिक्षा ब्यवस्था को बेहतर करने का दावे हवा हवाई साबित हो रहा है। शिक्षा ब्यवस्था पटरी पर उतर गई है। पहाड़ी क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी के कारण छात्र संख्या लगातार घट रही है। और  स्थानीय लोगों को बच्चों की अच्छी शिक्षा पलायन करना पड रहा है। साथ ही अभिभावकों ने  बताया तमाम ज्ञापन के बाद भी उनकी सुध नहीं  ले रहा है।जिससे सभी अभिभावकों में आक्रोश है। जिस संबंध में अभिभावक संघ अध्यक्ष मनमोहन सिंह बंगारी(Parents Association President Manmohan Singh Bangari) ने कहा कि आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज मानिला(Model Government Inter College Manila) में लगातार शिक्षकों का अभाव बढ़ता जा रहा है। सरकार की ऐसी नीति है कि आघे शिक्षा सत्र शिक्षकों का स्थानांतरण किया जाता है। ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों के पास  ऐसा कोई विकल्प नहीं है कि बच्चों को अभिभावक ट्यूशन दे सके। तो वही सरकार एक ओर कहतीं हैं कि पलायन पर रोक लगाओ दूसरी ओर सरकार बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए स्कूलों में शिक्षकों की कमी  है। उन्होंने आरोप लगाया है पहाड़ अधिकतर विधालय शिक्षकों की कमी से खाली हो रहें हैं। 12 सितंबर से  क्रमिक अनशन करने की चेतावनी दी।

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