पत्थर गिरने से अल्मोड़ा, हल्द्वानी, रानीखेत, डीडीहाट, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और गरमपानी की तरफ आने-जाने वाले वाहनों की सड़क के दोनों तरफ लम्बी कतारें लग गई। और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में अक्सर भारी बारिश के चलते भूस्खलन की वजह से पहाड़ी रास्तो में पत्थर गिरने की घटनाएं सामने आती रहती है एक ऐसा ही ताज़ा मामला अल्मोड़ा-हल्द्वानी एनएच से सामने आया है जहां पर कई स्थानों पर रस्ते में पहाड़ी से पत्थर गिरने से यातायात बाधित हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रोज की तरह अल्मोड़ा-हल्द्वानी एनएच से वाहनों के गुजरने का सिलसिला जारी था। तभी अचानक जोरदार आवाज के साथ पहाड़ टूटना शुरू हो गया। और पहाड़ी से बड़े-बड़े बोल्डर और पत्थर बरसने लगे। ग़नीमत रही कि कोई भी वाहन चालक इसकी चपेट में नही आया वर्ण कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था।बहुत देर बाद जब पत्थर गिरने का सिलसिला थमा तब तक पूरी सड़क विशाल चट्टानों और पत्थरों से पट चुकी थी।
पत्थर गिरने से अल्मोड़ा, हल्द्वानी, रानीखेत, डीडीहाट, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और गरमपानी की तरफ आने-जाने वाले वाहनों की सड़क के दोनों तरफ लम्बी कतारें लग गई। जिससे यात्रियों और वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मार्ग बंद होने की सूचना मिलते ही खैरना चौकी पुलिस मौके पर पहुंची। और जेसीबी मशीन की मदद से बोल्डरों और पत्थरों को सड़क से हटानेे के बाद खैरना चौकी पुलिस ने बारी-बारी से अल्मोड़ा और हल्द्वानी की तरफ वाहनों को भेजा।जिसके बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली। हालांकि बारिश तेज होने पर पुनः पहाड़ों से मलुवा आने की दिक्कत हो सकती है। बरसात को देखते हुए प्रशासन ने भी पुख्ता इंतजाम किये हैं।