लक्ष्य सेन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता.सेमीफाइनल में लक्ष्य सेन का मुकाबला सिंगापुर के लो किन येव से हुआ जिनको लक्ष्य सेन ने पिछले हफ्ते फ्रेंच ओपन में हराया था।
देवभूमि उत्तराखंड अपने सौंदर्य के लिए तो फेमस है ही..लेकिन साथ ही यहां के युवाओ के हुनर के लिए भी जानी जाती है...हर क्षेत्र में यहां के युवा अपना जलवा बिखेर रहे हैं...हाल ही में जर्मनी के सावरकेन में आयोजित हुई हायलो ओपन बैडमिंटन प्रतियोगिता में अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन ने देश के साथ-साथ उत्तराखंड का नाम भी रौशन कर दिया...
प्रतियोगिता में लक्ष्य सेन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता.सेमीफाइनल में लक्ष्य सेन का मुकाबला सिंगापुर के लो किन येव से हुआ जिनको लक्ष्य सेन ने पिछले हफ्ते फ्रेंच ओपन में हराया था। लेकिन हाईलो ओपन में सेमीफाइनल में लक्ष्य को सिंगापुर के खिलाड़ी से 18- 21 और 12- 21 से हार का सामना करना पड़ा। लक्ष्य ने इस प्रतियोगिता में कांस्य पदक हासिल किया। लक्ष्य के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर उत्तरांचल स्टेट बैडमिंटन संघ के चीफ पैटर्न अशोक कुमार सहित बैडमिंटन खेल प्रेमियों ने बधाई दी है। बता दे की लक्ष्य सेन का जन्म 16 अगस्त 2001को अल्मोड़ा मे हुआ।
अल्मोड़ा में जन्में सेन बैडमिंटन परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता, डी. के. सेन, भारत में एक कोच हैं और उनके भाई, चिराग सेन भी एक अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वह BWF वर्ल्ड जूनियर रैंकिंग में नंबर 1 जूनियर एकल खिलाड़ी बन गए। फरवरी, 2017 में सेन ने सीनियर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिस्पर्धा की और 2016 इंडिया इंटरनेशनल सीरीज़ टूर्नामेंट में पुरुष एकल का खिताब भी जीता था।