बदरीनाथ धाम के कपाट शनिवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए है। इसके साथ ही आज चारधाम यात्रा का भी समापन हो गया।
Badrinath Dham: बदरीनाथ धाम(Badrinath Dham) के कपाट शनिवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए है। इसके साथ ही आज चारधाम यात्रा(chardham yatra) का भी समापन हो गया। बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़(Media in-charge Dr. Harish Gaur) ने बताया कि पंच पूजाओं के पांचवें दिन शनिवार को रावल स्त्री वेष धारण कर माता लक्ष्मी(godess laxmi) को बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान किया था।
उसके बाद उद्धव जी व कुबेर जी मंदिर प्रांगण में लाया गया। दोपहर 3:33 बजे पर धाम के कपाट बंद कर दिए गए। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय(BKTC President Ajendra Ajay) ने कहा कि बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत शुक्रवार को माता लक्ष्मी की पूजा कर उन्हें बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान होने का आमंत्रण दिया गया था। इस दौरान मंदिर में पूजा अर्चना की गई।
शुक्रवार को धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल(Dharmadhikari Radhakrishna Thapliyal) और वेदपाठी रविंद्र भट्ट(Vedapathi Ravindra Bhatt) और लक्ष्मी मंदिर के पुजारियों ने मां लक्ष्मी की पूजा की और उन्हें कढ़ाही भोग लगाया। और आज धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस अवसर पर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, दिनेश डिमरी, श्रीराम डिमरी, विपुल डिमरी, विवेक थपलियाल(BKTC Vice President Kishore Panwar, Chief Executive Officer Yogendra Singh, Temple Officer Rajendra Chauhan, Dinesh Dimri, Shriram Dimri, Vipul Dimri, Vivek Thapliyal) आदि मौजूद रहे।