उत्तराखंड के जोशीमठ संकट पर राहत भरी खबर आई है. जोशीमठ में दरारग्रस्त भवनों की संख्या अब स्थिर हो गई. इनमें 21 जनवरी से कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है.
Joshimath News: उत्तराखंड(uttarakhand) के जोशीमठ(joshimath) संकट पर राहत भरी खबर आई है । जोशीमठ में दरारग्रस्त भवनों की संख्या अब स्थिर हो गई। इनमें 21 जनवरी से कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है । अधिकारियों के मुताबिक, दरार वाले भवनों की संख्या 863 और खतरनाक श्रेणी के भवनों की संख्या 181 है। यह आंकड़ा एक हफ्ते पहले का है, इसमें वर्तमान में भी कोई वृद्धि दर्ज नहीं की गई है ।
अधिकारियों के अनुसार, चमोली जिला प्रशासन(Chamoli District Administration) ने अब तक प्रभावित परिवारों को 4 करोड़ रुपये से ज्यादा का राहत पैकेज वितरित किया है । प्रभावित लोगों को राहत सामग्री के रूप में भोजन किट, कंबल, दूध, हीटर/ब्लोअर और अन्य सामान वितरित किए गए हैं।
वहीं सचिव आपदा प्रबन्धन डा0 रंजीत कुमार सिन्हा(Secretary Disaster Management Dr. Ranjit Kumar Sinha) ने जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव(landslide) और भूस्खलन के बाद राज्य सरकार(State government) द्वारा किये जा रहे राहत और बचाव कार्यों से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की जानकारी देते हुए शनिवार को बताया कि, जोशीमठ में अग्रिम राहत के तौर पर 3 करोड़ 50 लाख रूपये की धनराशि 233 प्रभावित भूस्वामियों को वितरित कर दी गई है | वहीं 105 प्रभावित किरायेदारों को 52 लाख । 50 हजार की धनराशि तत्काल राहत के रूप में वितरित की गई है।
इस दौरान सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी है कि जोशीमठ में शुरू में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो कि 06 जनवरी 2023 को 540 एल.पी.एम. था । वर्तमान में घटकर 170 एलपीएम हो गया है। अस्थायी रूप से चिन्हित राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 661 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2957 लोगों की है और पीपलकोटी(pipalkoti) में 491 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। अभी तक 863 भवनों में दरारें दृष्टिगत हुई है। दरारों वाले भवनों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई है |
उन्होनें जानकारी दी कि गांधीनगर(gandhinagar) में 01, सिंहधार(singhdhar) में 02, मनोहरबाग(manoharbagh) में 05, सुनील(sunil) में 07 क्षेत्र असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है। 248 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये हैं। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 900 है। 41 प्रभावित परिवार रिश्तेदारों या किराए के घरों में चले गए हैं ।