नारायण बगड़ के तुनेड़ा गांव की रहने वाली 32 वर्षीय दीपा देवी सोमवार सुबह घास लेने फारकोट के जंगल गई थी। इसी दौरान 50 मीटर खाई में गिरकर घायल हो गई।
पहाड़ो में स्वास्थ्य व्यवस्था कितनी खराब है इसका सबूत आए दिन मिलता ही रहता है, डोली में बीमारो और गर्भवती महिलाओं को देखना पहाड़ी क्षेत्र में आम बात हो गई है। कई बार तो बीमार लोग और गर्भवती महिलाएं अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते है। ऐसा ही एक ताज़ा मामला चमोली से सामने आया है जहां जंगल में घास काटने गई एक महिला चट्टान से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई। जानकारी के अनुसार नारायण बगड़ के तुनेड़ा गांव की रहने वाली 32 वर्षीय दीपा देवी सोमवार सुबह घास लेने फारकोट के जंगल गई थी। इसी दौरान 50 मीटर खाई में गिरकर घायल हो गई। अन्य महिलाओं ने दीपा के चिल्लाने की आवाज सुनी तो वे दूसरे रास्ते से खाई में उतरीं। महिलाओं ने तुरंत गांव वालों को सूचना दी और खुद दीपा को बड़ी मुश्किल से पीठ पर लादकर खाई से बाहर निकाला। लेकिन फारकोट-नलगांव सड़क बंद होने के कारण ग्रामीण महिला को डंडे के सहारे 15 किलोमीटर पैदल सड़क मार्ग तक लाने के लिए मजबूर होगए उसके बाद दीपा को वाहन से रुद्रप्रयाग अस्पताल तक पहुंचाया। चट्टान से गिरने से महिला काफी जख्मी हो गई है।जिसका इलाज रुद्रप्रयाग में चल रहा है।