Death During Chardham Yatra: चार धाम(char dham) में हार्ट अटैक(heart attack) से मरने वालों का सिलसिला जारी है। कल भी kedarnath और yamunotri में तीन-तीन श्रद्धालुओं ने हार्ट अटैक आने से दम तोड़ दिया।
Death During Chardham Yatra: चार धाम(char dham) में हार्ट अटैक(heart attack) से मरने वालों का सिलसिला जारी है। कल भी केदारनाथ(kedarnath) और यमुनोत्री(yamunotri) में तीन-तीन श्रद्धालुओं ने हार्ट अटैक आने से दम तोड़ दिया। जिसके बाद केदारनाथ में हार्ट अटैक से मरने वालो की संख्या 70 पहुंच गई है और यमुनोत्री में 37। वही कुल आंकड़ों की बात करे तो ऋषिकेश(rishikesh) समेत चारों धाम में यह संख्या 155 पहुंच गई है।
जानकारी के मुताबिक़ केदारनाथ दर्शन को पहुंचे राजस्थान(rajasthan) निवासी भूपेंद्र कुमार चौहान की बेस कैंप में तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिवार वाले भूपेंद्र को तत्काल चिकित्सालय ले गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं, सीतापुर के होटल में ठहरे गुजरात(gujarat) निवासी रमेश भाई पटेल को सीने में दर्द की शिकायत पर सोनप्रयाग(sonprayag) स्थित चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। वही तीसरी मौत बाबूराम गुप्ता की हुई जिन्होंने फाटा(phata) में अपना दम तोड़ा।
उधर यमुनोत्री(yamunotri) दर्शन से लौट रहीं मध्य प्रदेश(madhya pradesh) निवासी सुलोचना को भैरव मंदिर(bhairav mandir) के पास अचानक सीने में दर्द उठने पर जानकी चट्टी(janki chatti) लाया गया लेकिन उन्होंने भी दम तोड़ दिया।
जिला आपदा प्रबंधन(district disaster management) के अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि यमुनोत्री धाम जाते हुए जानकीचट्टी में चिकित्सकों ने सुलोचना से यात्रा स्थगित करने का अनुरोध किया था। लेकिन वह नहीं मानीं और खुद की जिम्मेदारी पर यमुनोत्री धाम चली गईं।
इसके अलावा राजस्थान निवासी प्रेमचंद मीणा की मौत खरसाली गांव(kharsali village) जाने वाले रास्ते में और मध्य प्रदेश निवासी जगन्नाथ की मौत जानकीचट्टी पार्किंग के पास हुई।
इन मौतों के कारणों की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग(health department) के मुताबिक़ ज्यादा उम्र वाले लोग जिन्हे कोई बीमारी हो उनको हार्ट अटैक आने का खतरा ज्यादा रहता है। क्योंकि चारधाम उचाई वाले क्षेत्र हैं। जहा यात्रियों को ऑक्सीजन की कमी हो जाती है जिस वजह से हृदय गति प्रभावित होती है और हृदय घात का खतरा बढ़ जाता है।
धामों में हार्ट अटैक से मौत के बढ़ते मामलों पर प्रशासन पूरी तरह चौकस है। स्वास्थ्य विभाग की टीम पैदल मार्ग सहित वाहनों में भी तीर्थ यात्रियों की स्क्रीनिंग कर रही है। अनफिट लोगों को वापसी की सलाह भी दी जा रही है। यात्रियों का बीपी, शूगर और आक्सीजन लेवल भी चेक किया जा रहा है। साथ ही जो यात्री मेडिकल तौर पर अनफिट पाए जा रहे हैं उन्हें लौटने सलाह दी जा रही है।