चारधाम देवस्थानम बोर्ड का मामला अब गर्माता जा रहा है, तीर्थ पुरोहितों का विरोध सियासी मोड़ लेने लगा है. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट से पार्टी असहज हो गई है.
देहरादून. चारधाम देवस्थानम बोर्ड का मामला अब गर्माता जा रहा है, तीर्थ पुरोहितों का विरोध सियासी मोड़ लेने लगा है. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट से पार्टी असहज हो गई है. और अब उत्तराखंड सरकार भी डिफेंसिव मोड में दिखाई देने लगेगी। क्योंकि लगातार देवस्थानम बोर्ड को निरस्त करने की मांग तीर्थ पुरोहितों द्वारा की जा रही है. जिसका वह लगातार विरोध कर रहे हैं.
प्रदेश की भाजपा सरकार भी इस संबंध में कोई बड़ा फैसला ले सकती है. आज वरिष्ठ भाजपा नेता तो सुब्रमण्यम स्वामी ने देवस्थानम बोर्ड को लेकर धामी सरकार को आगाह किया है. उन्होंने ट्वीट के जरिए देवस्थानम अधिनियम को निरस्त करने की मांग की है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री आधिकारिक तौर पर इस अधिनियम को निरस्त करने के लिए विधानसभा का रुख करें। जिसे पहले चार धाम सहित सभी 52 मंदिरों को सरकार ने अपने अधिकार में लेने के लिए पारित किया गया था. नहीं तो जल्द ही सरकार के खिलाफ आंदोलन हो सकता है.
It is about time that the Uttarakhand CM officially move the Assembly to repeal the Act which was passed earlier to take over by Govt of all 52 temples including Char Dham. Otherwise there may be an agitation soon against the Govt
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 25, 2021
पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मंत्री धन सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को तीर्थ पुरोहितों का केदारनाथ में विरोध झेलना पड़ा था. इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे. कि जल्द ही इस संबंध में कोई बड़ा फैसला आ सकता है.