2023 को मिलेट वर्ष घोषित किया गया है। इसी के चलते देश भर में मोटे अनाज को लेकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. जिनके द्वारा मोटे अनाज के फायदों के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
भारत सरकार द्वारा 2023 को मिलेट वर्ष (Millet Year) घोषित किया गया है। इसी के चलते देश भर में मोटे अनाज को लेकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. जिनके द्वारा मोटे अनाज (coarse grains) के फायदों के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसी कड़ी में नथुली महिला सशक्तिकरण संस्था देश की पहली मिलेट क्रांति साइकिल रैली (Millet Kranti Cycle Rally) का आयोजन किया गया।
देश के कृषि और कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी (Agriculture and Farmers Welfare Minister Ganesh Joshi) शुक्रवार की सुबह नथुली महिला सशक्तिकरण संस्था, उत्तराखंड बाल कल्याण परिषद और हार्दिक फिल्म्स के सहयोग से बैशाखी के पावन पर्व पर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के श्री अन्न के सपने को साकार करने के लिए, देहरादून सीएम आवास से मंत्री गणेश जोशी ने देश की प्रथम और सर्वाधिक लंबी मिलेट क्रांति साइकिल रैली का मशाल जलाकर रैली को रवाना किया।
आपको बता दे ये रैली 300KM की देहरादून से चमोली जिले के दूरस्थ गांव मुदोली तक 3 दिवसीय यात्रा करेगी। इस रैली के मुख्य उद्देश्यों में पहाड़ से होते बेतहाशा पलायन, मोटे अनाजों के प्रति पहाड़वासियों की उदासीनता को दूर करना, मोटा अनाज गरीबों का भोजन है इस भ्रम को तोड़ना, मोटे अनाजों की पोस्टिकता का महत्व बताना है इसी के साथ ही बाजारीकरण (marketing) के इस दौर में मोटे अनाजों की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बढ़ती मांग, पहाड़ के नौजवानों को मोटे अनाजों की खेती कर इसके व्यवसायिक फायदे बताना है। रैली में देशभर से आए साइक्लिस्ट में नौजवान से लेकर 72 साल के साइक्लिस्ट भी काफ़ी उत्साह में नजर आए। इसी के साथ ही दूनवासियों ने रैली का पुष्प वर्षा करके रैली को अपना समर्थन दिया।