वार्ता बेनतीजा रहने के बाद सरकार के विरूद्ध विद्युत कर्मियों ने आर-पार करने की लडा़ई का ऐलान करने हुए आज सड़कों पर रैली निकाली ,धरना प्रदर्शन करते रात्रि से हड़ताल पर जाने की बात कही है।
देहरादून :-अगर आप अब तक इस इंतजार में बैठे हैं कि विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल टल जाएगी तो आपको बता दें कि विद्युत अधिकारी -कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की आज शासन से बात नहीं बन पायी है, और वार्ता विफल होने का सीधे तौर पर मतलब यही है बेमियादी हड़ताल आज आधी रात से होगी इसलिए वैकल्पिक रोशनी का इंतजाम करने के बाद ही सोइए। वहीं अब मुख्य सचिव के साथ होने वाली दूसरे दौर की वार्ता हड़ताल का भविष्य तय करेंगी। हालांकि कर्मचारी नेताओं ने साफ कर दिया है की बिना मांग पूरी हुए हड़ताल वापस नहीं ली जाएगी।
वार्ता बेनतीजा रहने के बाद सरकार के विरूद्ध विद्युत कर्मियों ने आर-पार करने की लडा़ई का ऐलान करने हुए आज सड़कों पर रैली निकाली ,धरना प्रदर्शन करते रात्रि से हड़ताल पर जाने की बात कही है। उर्जा निगम के दस संगठनों के 35सौ कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने का सीधा मतलब है विद्युत आपूर्ति और उत्पादन पर असर पडे़गा।इसीलिए विद्युत अधिकारी कर्मचारी संगठन उपभोक्ताओं से रोशनी का वैकल्पिक इंतजाम मसलन टार्च ,मोमबत्ती आदि रखने की अपील पहले ही कर चुका है।
ऊर्जा कर्मचारी संगठन के प्रवक्ता दीपक बेनीलाल ने बताया कि शासन के साथ सोमवार को हुई वार्ता विफल रही है लिहाजा अब हड़ताल के अलावा दूसरा विकल्प नहीं बचा है।
इस बीच शासन से वार्ता विफल होने और ऊर्जा मंत्री के कड़े बयान से आहत कर्मचारी आक्रोश में हैं और स्थिति विद्युत उपभोक्ताओं के लिए तकलीफदेह होती दिख रही है।राज्य के सबसे बड़ा कर्मचारी संगठन जनरल ओबीसी एम्पलाइज एसोसिएशन ने भी खुलकर ऊर्जा निगम के आंदोलित कर्मियों का समर्थन किया है।