हाल ही में एक निजी सर्वे कंपनी पी वैल्यू एनालिटिक्स ने अपनी रिपोर्ट में देहरादून को देश के 10 असुरक्षित शहरों में शामिल किया था। इस रिपोर्ट पर देहरादून पुलिस और राज्य महिला आयोग ने एतराज जताया है।
हाल ही में एक निजी सर्वे कंपनी पी वैल्यू एनालिटिक्स (P Value Analytics) ने अपनी रिपोर्ट (NARI-2025) में देहरादून को देश के 10 असुरक्षित शहरों में शामिल किया था। इस रिपोर्ट पर देहरादून पुलिस और राज्य महिला आयोग ने एतराज जताया है।
देहरादून पुलिस (Dehradun Police) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (press conference) कर साफ कहा कि यह रिपोर्ट न तो राष्ट्रीय महिला आयोग और न ही राज्य महिला आयोग द्वारा कराई गई है। बल्कि इसे निजी कंपनी ने अपनी ओर से तैयार किया है, जो वास्तविक अपराध के आंकड़ों पर नहीं बल्कि धारणाओं पर आधारित है। एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक इस सर्वे में देहरादून की नौ लाख महिला आबादी के मुकाबले सिर्फ 400 महिलाओं से फोन पर बात कर निष्कर्ष निकाला गया है। यानी इस सर्वे का सैंपल बेहद छोटा और अव्यवहारिक है।
एसएसपी के अनुसार डीजीपी स्तर पर रखे गए आंकड़ों में साफ बताया गया है कि देहरादून में महिला सुरक्षा के लिए गौरा शक्ति एप पर 1.25 लाख से ज्यादा महिलाएं रजिस्टर्ड हैं, जिनमें 16,649 महिलाएं केवल देहरादून जिले की हैं। अगस्त महीने में डायल 112 पर आई 12,354 शिकायतों में से महिलाओं से जुड़ी शिकायतें 2,287 थीं। इनमें भी 1,664 शिकायतें घरेलू विवाद की थीं। छेड़छाड़ से जुड़ी केवल 11 शिकायतें दर्ज हुई।
एसएसपी के अनुसार महिला शिकायतों में पुलिस का औसत रिस्पॉन्स टाइम 13 मिनट है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि देहरादून में महिला सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। शहर में 14,000 सीसीटीवी कैमरे सक्रिय हैं। जबकि भीड़भाड़ वाले इलाकों में पिंक बूथ बनाए गए हैं। इसके अलावा महिला हैल्प डेस्क, हेल्पलाइन और महिला चीता पुलिस गश्त सक्रिय है। स्कूल, कॉलेज और कार्यस्थलों में समय-समय पर महिला सुरक्षा कैंप लगाए जाते हैं।
एसएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सर्वे में कोहिमा को सबसे सुरक्षित शहर बताया गया है, जबकि पुलिस पेट्रोलिंग के आधार पर देहरादून का स्कोर उससे भी ज्यादा है। इसी तरह सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी देहरादून का स्कोर राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। एसएसपी का कहना है कि देहरादून एक शांत और सुरक्षित शहर है।
एसएसपी ने कहा यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने आते हैं और सालभर बड़ी संख्या में पर्यटक भी आते हैं। यह इस बात का सबूत है कि शहर महिलाओं और बाहरी लोगों के लिए सुरक्षित है। एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि किसी भी सर्वे का सम्मान किया जाना चाहिए, लेकिन जब तक उसकी पद्धति और आंकड़े मजबूत न हों, तब तक नीतिगत निर्णय ऐसे सर्वे पर आधारित नहीं हो सकते।