15 साल में इस बार हरिद्वार संसदीय सीट में सबसे कम प्रत्याशी, जानिए आखिर क्या है वजह?

हरिद्वार संसदीय सीट में 15 साल में पहली बार सबसे कम 14 प्रत्याशी ही चुनाव लड़ रहे हैं। 1951 से लेकर अब तक हरिद्वार से 2019 तक 205 प्रत्याशी चुनाव लड़ चुके हैं। इस बार 14 प्रत्याशी चुनाव है,

15 साल में इस बार हरिद्वार संसदीय सीट में सबसे कम प्रत्याशी, जानिए आखिर क्या है वजह?
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Uttarakhand Loksabha Election News-: हरिद्वार संसदीय सीट (Haridwar parliamentary seat) में 15 साल में पहली बार सबसे कम 14 प्रत्याशी ही चुनाव लड़ रहे हैं। सबसे अधिक 2014 और 1996 में 24 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे थे, जबकि 1984 और 1989 में सबसे कम पांच-पांच नेता चुनाव लड़े थे।

धर्मनगरी में तीन प्रमुख दलों के प्रत्याशियों के अलावा कुल 14 प्रत्याशी मैदान में है। 2004 के बाद ऐसा मौका इस बार आया है, जब इतने कम प्रत्याशी हरिद्वार से चुनावी मैदान में हों। वर्ष 2004 के चुनाव में नौ प्रत्याशी चुनाव लड़े और राजेंद्र कुमार बाड़ी (Rajendra Kumar Bari) ने 157331 वोट लेकर चुनाव जीता। देश में पहली बार आज चुनाव में चार प्रत्याशी चुनाव लड़े थे, हालांकि तब हरिद्वार (Haridwar) देहरादून (Dehradun) सीट का हिस्सा था। बाद 1977 में जब हरिद्वार के नाम से सीट बनी तो छह प्रत्याशी चुनाव लड़े। एक ही लगानी होगी ईवीएम (EVM) यदि नोटा समेत 15 प्रत्याशी से अधिक हो तो दूसरी ईवीएम लगानी पड़ती है, इस बार प्रशासन को एक ही ईवीएम लगानी पड़ेगी। 2014 के चुनाव में प्रशासन को दो ईवीएम लगानी पड़ी थी।

1951 से लेकर अब तक हरिद्वार से 2019 तक 205 प्रत्याशी चुनाव लड़ चुके हैं। इस बार 14 प्रत्याशी चुनाव है, आंकड़ा 219 पहुंच गया है। इसमें से 134 की जमानत जब्त हो चुकी है। इसमें 1987 का उपचुनाव भी शामिल है, जिसमें 18 प्रत्याशी उतरे थे।

कब कितने प्रत्याशी चुनाव लड़े
1951-04
1957-03
1962-04
1967-04
1971-11
1977-06
1980-05
1984-16
1987-18
1989-05
1991-15
1996-24
1998-09
1999-12
2004-09
2009- 21
2014- 24
2019-15


 

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