Uttarakhand Doppler Radar: उत्तराखंड(uttarakhand) में 6 नए डॉप्लर रडार(doppler radar) लगाए जाएंगे जिससे किसी भी आपदा का पहले ही अनुमान लगाया जा सकेगा।
Uttarakhand Doppler Radar: उत्तराखंड(uttarakhand) में 6 नए डॉप्लर रडार(doppler radar) लगाए जाएंगे जिससे किसी भी आपदा का पहले ही अनुमान लगाया जा सकेगा। मौसम विभाग(weather department) को इसकी वजह से काफी सहूलियत मिलने वाली है। डॉप्लर रडार की मदद से आपदा का पहले ही पता लगाया जा सकेगा और उसके मुताबिक राहत और बचाव कार्य किया जा सकेगा जिससे लोगो की जान पर कम से कम खतरा हो।
बता दें कि ये नए डॉप्लर रडार पहाड़ी इलाको और मैदानी इलाको में भी स्थापित होंगे जिनमे पहाड़ी इलाको में तो बद्रीनाथ(badrinath), केदारनाथ(kedarnath), गंगोत्री(gangotri) और धारचूला(dharchula) के नाम शामिल है तो वही मैदानी क्षेत्रों में देहरादून(dehradun) या हरिद्वार(haridwar) और नैनीताल(nainital) में ये नए डॉप्लर रडार लगाए जाएंगे। आपदा और अतिवृष्टि के पूर्वानुमान के लिए अभी तक प्रदेश में एकमात्र डॉप्लर रडार मुक्तेश्वर(mukteshwar) में काम कर रहा है। टिहरी(tehri) के सुरकंडा(surkanda) में स्थापित रडार इस महीने के अंत तक काम करने लगेगा। इसी तरह लैंसडाउन में भी डॉप्लर रडार स्थापित किया जाना है। डॉप्लर रडार से मौसम की सटीक भविष्यवाणी समेत आंधी तूफान के बारे में भी पहले से पता चल सकेगा और उसके अनुसार कदम उठाए जा सकेंगे।