उत्तराखंड में जेई और एई की भर्ती परीक्षा में धांधली करने वाला बीजेपी नेता संजय धारीवाल पुलिस की पकड़ से बाहर है।
Uttarakhand News: उत्तराखंड(uttarakhand) में जेई(J.E) और एई(A.E) की भर्ती परीक्षा धांधली(recruitment exam rigged) करने वाला बीजेपी नेता संजय धारीवाल(BJP leader Sanjay Dhariwal) पुलिस की पकड़ से बाहर है। एसआईटी(S.I.T) उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। बीजेपी के मंगलौर(Mangalore) ग्रामीण मंडल के पूर्व अध्यक्ष संजय धारीवाल ने बीते 17 साल में जिस तरह तेजी से तरक्की की सीढ़ियां चढ़ीं, उसने हर किसी को हैरान कर दिया। लेकिन एसआईटी द्वार की जा रही जांच में उसके जीवन से जुड़े राज एक-एक कर सामने आ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक संजय धारीवाल कभी रुड़की(ROORKIE) के नारसन में वीडियो गेम की दुकान चलाता था। बाद में वो बीड़ी-सिगरेट का होलसेल कारोबार करने लगा। जिसके बाद उसने केबल का बिजनेस शुरू किया और साल 2017 में संजय फाइनेंस(FINANCE) के कारोबार में उतरा और छोटे व्यापारियों और लोगों को ऊंचे ब्याज पर लोन भी देने लगा।
इस दौरान रसूखदारों के बीच उसका उठना-बैठना शुरू हुआ और वो भाजपा में शामिल हो गया।। बीजेपी ज्वाइन करने के बाद बीते साल उसने प्रधानी का चुनाव जीता और उसके बाद उसे संगठन में मंडल अध्यक्ष(board president) की अहम जिम्मेदारी दी गई। जनवरी 2023 में भाजपा की ओर से संजय धारीवाल को मंगलौर ग्रामीण का मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
हालांकि, लेखपाल भर्ती(lekhpal recruitment) की धांधली में संजय धारीवाल का नाम सामने आने के बाद संगठन ने उससे इस्तीफा ले लिया। धांधली में शामिल संजय धारीवाल अभी फरार है। जिसकी तलाश में एसआइटी की टीम लगातार छापेमारी कर रही है। साथ ही धारीवाल के परिचितों के घर भी दबिश देकर उसके बारे में पूछताछ की जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि संजय धारीवाल की गिरफ़्तारी के बाद भर्ती धांधली से जुड़े कई लोगों के चेहरे बेनकाब हो सकते हैं।