हल्द्वानी में 8 फरवरी को हिंसा भड़काने के मामले में पुलिस को जांच के दौरान एक नया कोण मिला है, जिससे जांच की दिशा बदल सकती है और साथ ही भविष्य में हल्द्वानी के साथ-साथ प्रदेश की राजनीति पर भी इसका..
हल्द्वानी में 8 फरवरी को हिंसा भड़काने (Incite violence)के मामले में पुलिस को जांच के दौरान एक नया कोण मिला है, जिससे जांच की दिशा बदल सकती है और साथ ही भविष्य में हल्द्वानी के साथ-साथ प्रदेश की राजनीति पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है |
हल्द्वानी में हिंसा भड़काने के पीछे कुछ राजनेता (Politician)भी शामिल हैं। बता दें जांच में पुलिस के सामने ऐसे कुछ तथ्य आएं हैं, जिनसे शहर के विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े कम से कम पांच राजनेता अब पुलिस के रडार में आ गए हैं । इन राजनेताओं के बारे में कहा जा रहा है कि सामने तो वो जांच में सहयोग(cooperation in investigation)की बात करते हैं लेकिन पीछे-पीछे वो हिंसा भड़काने का काम कर रहे थे। बता दें उपद्रव के बाद से इन नेताओं के फोन भी बंद आ रहे हैं इसलिये उन पर संदेश गहराता जा रहा है।दो पार्षद(Councillor)और एक राजनेता का भाई पहले से ही इस मामले में गिरफ्तार है | जिले की डीएम वंदना सिंह(DM Vandana Singh)ने शांति व्यवस्था में सुधार को देखते हुए बनभूलपुरा (Banbhulpura) के कर्फ्यू (curfew) प्रभावित क्षेत्र में स्थित तीन बाहरी क्षेत्रों में सुबह 9 से शाम 4 बजे तक 7 घंटे की ढील दी है साथ ही बाकी बनभूलपुरा में सुबह 9 से 11 बजे तक 2 घंटे की ढील दी गई है |