राजधानी दून पर 15 सितंबर की रात को चौतरफा टूटी आपदा ने लाइफ लाइन माने जाने वाली सड़कों को बाहरी क्षति पहुंचाई थी।
राजधानी दून पर 15 सितंबर की रात को चौतरफा टूटी आपदा ने लाइफ लाइन माने जाने वाली सड़कों को बाहरी क्षति पहुंचाई थी | राजमार्गों से लेकर राज्य राजमार्गों और अन्य अहम सड़कों पर यातायात व्यवस्था बुरी तरह पटरी से उतर गई थी।
पांवटा साहिब राजमार्ग (Paonta Sahib Highway) पर नंदा की चौकी के पास और मसूरी रोड पर कुठालगेट के पास पुल तबाह हो जाने से आवागमन का संकट गहरा गया था। मसूरी रोड पर बैली ब्रिज निर्माण तीन दिन के भीतर तैयार कर दिया गया था, जबकि पांवटा साहिब राजमार्ग पर वैकल्पिक पुलिया के निर्माण के लिए टौंस नदी का वेग परेशानी खड़ी करता रहा। अन्य मार्गों पर आवाजाही भी बहाल की जा चुकी थी। अब लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) की मशीनरी ने नंदा की चौकी की बाधा को भी पार कर लिया है। पांवटा साहिब राजमार्ग पर वाहनों का संचालन बुधवार को मध्य रात्रि के आसपास शुरू करा दिया गया था। गुरुवार तड़के से ही यहां बाहरी वाहनों का संचालन भी बखूबी किया जा रहा है। अब जिले के सभी प्रमुख मार्गों पर यातयात की फौरी व्यवस्था बहाल कर दी गई है।