कुमाऊं मंडल की सबसे बड़ी गौला और नंधौर नदी से 15 फरवरी से खनिज निकासी का कार्य शुरू हुआ था मगर 15 दिन बाद ही फिर से खनन निकासी कार्य बंद हो गया है |
कुमाऊं मंडल (Kumaon division) की सबसे बड़ी गौला (Gaula) और नंधौर नदी से 15 फरवरी से खनिज निकासी का कार्य शुरू हुआ था मगर 15 दिन बाद ही फिर से खनन निकासी कार्य बंद हो गया है |
बता दें क्षेत्र के 16 स्टोन क्रशर संचालकों द्वारा खनन ढुलाई रेट 30 रुपये प्रति कुंतल से घटकर 28 रुपये कर दिया गया है जिससे खनन कारोबारी नाराज होकर हड़ताल पर चले गए हैं | खनन व्यवसाइयों का कहना है कि एक तो पहले से ही गौला देर से खुली है ऊपर से रेट कम करने का स्टोन क्रेशर (Stone Crusher) का फरमान पहले ही घाटे में चल रहे कारोबारियों पर ये भार असहनीय है | उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्टोन क्रशर संचालकों ने अपना फैसला वापस नहीं लिया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा | खनन व्यवसाईयों का कहना है कि प्रशासन के मध्यस्थ में पूर्व में स्टोन क्रशर संचालकों और खनन वाहन कारोबारी के बीच 30 रुपये प्रति कुंतल रेट का समझौता हुआ था लेकिन स्टोन क्रशर संचालकों ने मनमानी करते हुए 2 रुपये प्रति कुंतल रेट को कम कर दिया है जिसके चलते वाहन स्वामियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है |