दो शातिरों ने घूमने के लिए किराये पर वाहन लिए और इसके बाद फिर लौटकर नहीं आये। मालिक को पांच दिन बाद वाहनों की याद आयी तो वह कोतवाली पहुंचा और पुलिस को तहरीर देकर शातिरों को पकड़ने की मांग कीं।
Haldwani News: उत्तराखंड(Uttarakhand) मेें कई युवाओं ने स्वरोजगार(self employed) अपना रखा है। ऐसे में कई लोग अलग-अलग तरह से अपनी आजीविका चला रहे है। लेकिन इन लोगों पर शातिरों की नजर है। एक ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला हल्द्वानी से सामने आया है । जहां दो शातिरों ने घूमने के लिए किराये पर वाहन(vehicle rental) लिए और इसके बाद फिर लौटकर नहीं आये। मालिक को पांच दिन बाद वाहनों की याद आयी तो वह कोतवाली(police station) पहुंचा और पुलिस को तहरीर देकर शातिरों को पकड़ने की मांग कीं।
दरअसल कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में हल्द्वानी के आवास विकास कालोनी(Awas Vikas Colony) निवासी विद्याधर ने बताया कि उसने स्वरोजगार के लिए लोन लिया। इससे तीन स्कूटी खरीदी थीं। स्कूटी को किराये पर देकर वह आजीविका कमा सकें। बकायदा उसने इसका खूब प्रचार-प्रसार भी किया। पीड़ित का कहना है कि बीते 1 जून को दो युवकों का फोन उसके पास आया। जिन्होंने अपना नाम हेमंत और राहुल बताया। दोनों ने एक स्कूटी(Scooty) और केटीएम बाइक(KTM bike) किराए पर मांगी। जिस पर उसने इंकार करते हुए कहा कि उसकी स्कूटी का अभी रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है, जिसे वह किराए पर नहीं दे सकता और बाइक निजी इस्तेमाल के लिए है।लेकिन शातिर युवकों ने उसके सामने गिड़गिड़ाना शुरू किया और कहा कि उन्हें कुछ देरी के लिए वाहन चाहिए। कुछ देर में स्कूटी और बाइक से घूमकर वापस आ जायेंगे। जिसके बाद उसने वाहन दे दिए, लेकिन शातिर लौट कर नहीं आए। ऐसे में जब पांचवें दिन भी वो नहीं आये तो उसे वाहन चोरी का एहसास हुआ। जिसके बाद वो कोतवाली पहुंचा , वहीं कोतवाली पुलिस(Kotwali Police) ने भी मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।