वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा के कड़े रुख और सटीक रणनीति के तहत 50 लाख रुपये की फिरौती के लिए किए गए अपहरण कांड का पर्दाफाश हो गया है।
SSP प्रहलाद नारायण मीणा (SSP Prahlad Narayan Meena) के कड़े रुख और सटीक रणनीति के तहत 50 लाख रुपये की फिरौती के लिए किए गए अपहरण कांड का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए युवक तुषार लोहनी को सकुशल बरामद कर लिया ।
घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि 7 मई 2025 को तल्ली बमौरी ,मुखानी निवासी गिरीश चंद्र लोहनी ने अपने बेटे तुषार लोहनी के अपहरण की तहरीर दी थी। वादी के अनुसार कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उनके बेटे को मारपीट कर गाली-गलौज करते हुए फरीदाबाद ले जाया गया | इस पर मुखानी थाने में भारतीय न्याय संहिता की धाराओ के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच उपनिरीक्षक वीरेंद्र बिष्ट को सौंपी गई। SP सिटी प्रकाश चंद्र (SP City Prakash Chandra), CO नितिन लोहानी के पर्यवेक्षण और थानाध्यक्ष मुखानी दिनेश जोशी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। जांच के दौरान टीम ने सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) और लोकेशन के आधार पर बांदा, चित्रकूट और अन्य स्थानों में दबिश दी। जिसके बाद तुषार को 11 मई को अत्तरा शहर, बांदा से सकुशल बरामद कर लिया गया | बता दें आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि 50 लाख की लेन-देन की रंजिश के चलते आरोपी आलोक तिवारी ने तुषार के अपहरण की साजिश रची थी। इसके लिए उसने शादी समारोह में अंकुश कुमार और विनय प्रताप से मुलाकात कर एक पुराने साथी मुन्ना कुरैशी की मदद से ये योजना बनाई थी | 6 मई को कालाढूंगी रोड स्थित बावर्ची रेस्टोरेंट से तुषार का अपहरण कर उसे विभिन्न स्थानों पर रखा गया और फिरौती की मांग की गई।