हल्द्वानी शहर में 22 नवंबर को कलश यात्रा के चलते शहर की यातायात व्यवस्था बदली रहेगी. पुलिस ने इसके लिए डायवर्जन प्लान तैयार कर लिया है.
Haldwani News:- हल्द्वानी शहर(Haldwani city) में 22 नवंबर को कलश यात्रा के चलते शहर की यातायात व्यवस्था(transportation system) बदली रहेगी. पुलिस ने इसके लिए डायवर्जन प्लान तैयार कर लिया है. ये यातायात प्लान कलश यात्रा शुरू होने से कलश यात्रा समाप्ति तक लागू रहेगी. चलिए अब आपको बताते है किस तरह रहेगा ये रूट डायवर्जन(route diversion)
कलश यात्रा जब हीरानगर गोल्जू मंदिर हीरानगर से जेल रोड तिराहा के बीच रहेगी तब कैंसर अस्पताल, लाइफलाइन तिराहा से जेल रोड को आने वाले सभी वाहन कैंसर अस्पताल, लाइफलाइन तिराहा से डायवर्ट होकर मुखानी चौराहा होते हुए अपने गंतव्य को जाएंगे.
जेल रोड तिराहा से हीरानगर की ओर जाने वाले वाहन जेल रोड तिराहा से डायवर्ट होकर सीधे मुखानी चौक(
Mukhani Chowk) और अल्मोड़ा अर्बन बैंक तिराहा की ओर जाएंगे.
इसके साथ ही कलश यात्रा के दौरान लाइफलाइन तिराहा से जेल रोड तिराहा की ओर और जेल रोड तिराहा से लाइफलाइन तिराहा की ओर के वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से वर्जित रहेगा.
जब शोभा यात्रा जेल रोड तिराहा से कालाढूंगी तिराहा तक रोड के विपरीत दिशा में अपने दाहिनी ओर चलेगी तब कालाढूंगी तिराहा से जेल रोड तिराहा की ओर आने वाले वाहन कालाढूंगी तिराहा(Kaladhungi Tiraha) से डायवर्ट होकर सीधे ओके होटल- रोडवेज की ओर जाएंगे.
कलश यात्रा जब जेल रोड तिराहा से अल्मोड़ा अर्बन बैंक तिराहा के बीच रहेगी तब नैनीताल बैंक तिराहा से अल्मोड़ा अर्बन बैंक तिराहा की ओर आने वाले वाहन नैनीताल बैंक तिराहा(
Nainital Bank Tiraha) से डायवर्ट होकर रोडवेज होते हुए अपने गंतव्य को जाएंगे.
इसके अलावा कलश यात्रा जब कालाढूंगी तिराहा से अग्रसेन चौक की ओर विपरीत दिशा में अपने दाहिनी ओर चलेगी तब बरेली रोड, रामपुर रोड से आने आने वाले वाहनों को सिंधी चौराहा, से 20 मीटर पहले रोका जाएगा.
जानकारी के मुताबिक शोभा यात्रा जब अग्रसेन चौक से बाजार क्षेत्र में प्रवेश करेगी तब सिंधी चौराहा, सिटी चौराहा से बाजार क्षेत्र की ओर वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से वर्जित रहेगा.
ओके होटल तिराहा व कालाढूंगी तिराहा से बाजार क्षेत्र की ओर के वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से वर्जित रहेगा.
भारद्वाज तिराहा, गोलापुल(Golapul) से ताज चौराहा की ओर के वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से वर्जित रहेगा.