हल्द्वानी के तराई केंद्रीय वन प्रभाग में एक प्लांटेशन वाचर ने SOG प्रभारी पर लकड़ी तस्करों को संरक्षण देने और धमकी देने के आरोप लगाए हैं।
HALDWANI NEWS-: हल्द्वानी के तराई केंद्रीय वन प्रभाग में एक बार फिर वन विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। बता दे लकड़ी तस्करी रोकने का प्रयास करने वाले एक प्लांटेशन वाचर ने अपने ही विभाग के SOG प्रभारी पर तस्करों को संरक्षण देने और जान से मारने की धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
दरअसल ये मामला बाजपुर क्षेत्र के ग्राम महोली जंगल का बताया जा रहा है। जहाँ पकड़िया चौकी में तैनात प्लांटेशन वाचर ज्ञान सिंह का आरोप है कि ड्यूटी के बाद घर लौटते समय उसने चौकी से कुछ ही दूरी पर लकड़ी की तस्करी होते देखी। जिसका विरोध करने पर तस्करों ने उसके साथ मारपीट की। आरोप है कि इसके बाद मौके पर पहुंचे तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर के SOG प्रभारी कैलाश चंद्र तिवारी ने खैर, सागौन सहित कीमती लकड़ी से भरे डंपर को निकलवा दिया। ज्ञान सिंह का कहना है कि दोबारा विरोध करने पर SOG प्रभारी ने उसके साथ मारपीट की और रिवॉल्वर सिर पर रखकर चुप रहने की धमकी दी। साथ ही झूठे मुकदमे में जेल भेजने की बात भी कही गई।
वहीं SOG प्रभारी कैलाश चंद्र तिवारी ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि उन्हें सूचना मिली थी कि ज्ञान सिंह नशे की हालत में हंगामा कर रहा है और महिला वनकर्मियों से अभद्रता कर रहा है, जिस पर वो मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। इसके अलावा इस मामले पर मुख्य वन संरक्षक साकेत बड़ोला ने कहा कि आरोप गंभीर हैं और पूरे मामले की जांच कराई जा रही है और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बहराल घटना ने वन विभाग के अंदर संभावित मिलीभगत और तस्करों को मिल रहे संरक्षण को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि सच क्या है और दोषी कौन।