बसों के लोकसभा चुनाव ड्यूटी में जाने से पहाड़ से मैदान तक रोडवेज की बस सेवा लड़खड़ा गई है। जिससे जरूरी यात्रा के लिए भी लोग परेशानी झेलने को मजबूर हो गए हैं।
बसों के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) ड्यूटी में जाने से पहाड़ से मैदान तक रोडवेज की बस (Roadways bus) सेवा लड़खड़ा गई है। जिससे जरूरी यात्रा के लिए भी लोग परेशानी झेलने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में पहाड़ी मार्गों की यात्रा के लिए टैक्सी का महंगा किराया देना पड़ रहा है | रविवार को मतदान के लिए और बसें रवाना होने से संचालन ज्यादा प्रभावित रहा । लोकसभा चुनाव को देखते हुए यात्री वाहनों का अधिग्रहण(Acquisition) किया है।
चुनाव ड्यूटी(Election duty) के चलते 16 अप्रैल से रोडवेज की करीब 150 बसें, केएमओयू की 340 बसें और 400 टैक्सियां पहाड़ और मैदानी रूटों पर नहीं चलेंगी। उत्तराखंड परिवहन निगम प्रबंधन (Uttarakhand Transport Corporation Management) से मिली जानकारी के अनुसार करीब 34 बसें और शनिवार को अल्मोड़ा, रानीखेत और भवाली डिपो की 60 बसें यूपी रवाना हुई थीं। इसी कड़ी में हल्द्वानी डिपो (Haldwani Depot) के एआरएम एसएस बिष्ट (ARM SS Bisht) ने बताया कि कुमाऊं परिक्षेत्र(Kumaon region) के नौ डिपो से करीब 150 बसें चुनाव ड्यूटी के लिए अधिग्रहीत की गई हैं , उनके डिपो की भी 91 में से 22 बसें ड्यूटी में हैं |