पिछले 3 महीने से गौला नदी, नंदौर नदी में खनन रॉयल्टी कम किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन में बैठे सैकड़ों वाहन स्वामियों ने आज हल्द्वानी के कालाढूंगी चौराहे पर लोगों से भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन किया।
Haldwani News: गौला(Gaula) को कुमाऊं(kumaun) की लाइफलाइन कहा जाता है। हल्द्वानी(haldwani) के लोगों की प्यास बुझाने के साथ खेतों को सिंचाई के लिए भी इसी का सहारा है। इसके अलावा खनन कारोबार(mining business) हर साल प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर एक लाख लोगों को रोजगार देता है। लेकिन अब इस खनन कारोबार पर पिछले 3 महीने से संकट के बादल मंडरा रहे हैं। एक प्रदेश एक रायल्टी सहित कई मांगों को लेकर खनन कारोबार से जुड़े सैकड़ों लोगों ने गौला खनन संघर्ष समिति(Gaula Mining Struggle Committee) के बनैर तले आज मकर संक्रांति(makar sankranti) के दिन लोगों से भीख मांग(begging) कर विरोध प्रदर्शन किया।
आपको बता दे कि पिछले 3 महीने से गौला नदी, नंदौर नदी(Gaula River, Nandor River) में खनन रॉयल्टी कम किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन में बैठे सैकड़ों वाहन स्वामियों ने आज हल्द्वानी के कालाढूंगी चौराहे(Kaladhungi Chauraha) पर मकर संक्रांति के दिन लोगों से भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सैकड़ों लोग बेरोजगार हैं और 3 महीने से सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी है। हजारों लोग बेरोजगार हैं खनन कारोबार पूरी तरह से चौपट है। ऐसे में उनके सामने भीख मांगने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।