वन क्षेत्र और आरक्षित वन क्षेत्र में अवैध तरीके से लकड़ी काटे जाने के मामले में वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की संलिप्तता की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है
Haldwani News:- वन क्षेत्र और आरक्षित वन क्षेत्र में अवैध तरीके से लकड़ी काटे जाने के मामले में वन विभाग(Forest department) के अधिकारियों और कर्मचारियों की संलिप्तता की वन पंचायत संघर्ष मोर्चा, समाजवादी लोक मंच और किसान संघर्ष समिति ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है | आपको बता दें मीडिया से बात करते हुए वक्ताओं ने बताया की बीते दिन रनसाली रेंज तराई पूर्वी हल्द्वानी में वन गूर्जरों(Van Gujjars) ने मौके पर जाकर ट्रैक्टर से अवैध तरीके से काटकर लाई जा रही कीमती शीशम,खैर, रोनी आदि की लकड़ी से भरी ट्राली को पकड़ कर वन विभाग के हवाले किया था। इस मामले में वन विभाग ने तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह शिकायतकर्ता गुलाम रसूल की मोटरसाइकिल सीज कर दी और अब उन्हें उल्टा फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जा रही है। वन तस्कर शिकायतकर्ता वन गूर्जरों को धमका रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। साथ ही उन्होने आरोप लगाया कि वनाधिकारी प्रकाश चन्द्र ने अवैध कटान के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह शिकायतकर्ता को ही उल्टा धमका दिया | मोर्चा के अध्यक्ष तरुण जोशी ने कहा कि उत्तराखंड के हजारों वन गु्र्जरों और वन वासियों ने वनाधिकार कानून के तहत अपने दावे प्रस्तुत किये हैं लेकिन सरकार उनके दावों को स्वीकार करने की जगह उत्पीड़न कर रही है | वहीं समाजवादी लोक मंच(Samajwadi Lok Manch) के संयोजक मुनीष कुमार ने कहा कि वन गूर्जरों का सदियों से जंगलों से रिश्ता रहा है। उनके द्वारा की गई अवैध कटान(illegal felling) की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए और शिकायतकर्ता वन गुजरों को संरक्षण दिया जाना चाहिए।