हल्द्वानी के वनभूलपुरा में रेलवे भूमि पर अतिक्रमण मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना है। इसे देखते हुए सुरक्षा चाक-चौबंद कर इलाके को छावनी में तब्दील किया गया है।
हल्द्वानी के वनभूलपुरा (Vanabhoolpura) में रेलवे भूमि पर अतिक्रमण (Encroachment) मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना है। इसे देखते हुए सुरक्षा चाक-चौबंद कर इलाके को छावनी में तब्दील किया गया है। फैसले से पहले पुलिस ने ऐक्शन लेते हुए इमाम सहित 15 को पाबंद किया है। उत्तराखंड प्रभारी और सपा नेता मतीन सिद्दीकी ने लोगों से अपील की है कि वे उनके साथ प्रार्थना करें कि किसी जमीन न छीनी जाए। उधर, शांति व्यवस्था के लिए मंगलवार को पूरे क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने फ्लैग मार्च (flag march) निकाला। वनभूलपुरा के कोर क्षेत्र को जीरो जोन घोषित किया गया है। पुलिस और पीएसी के अलावा रेलवे के कई मंडलों से यहां फोर्स पहुंच गया है। पूरे जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
सपा के उत्तराखंड प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दीकी ने लोगों से अपील की है कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का जो भी आदेश आए, उसे पूरी शांति के साथ स्वीकार करें। कहा कि क्षेत्रवासी किसी प्रकार की खुशी या नाराजगी का प्रदर्शन न करें और प्रार्थना करें कि किसी का घर न उजड़े। मतीन ने यह भी आशा जताई कि यदि हटाने के आदेश हों, तो पुनर्वास का निर्देश भी दिया जाए। वनभूलपुरा प्रकरण में सुप्रीम फैसले से पहले पुलिस की ओर से बड़ी कार्रवाई (action) की गई है। पुलिस ने बिलाल मस्जिद के इमाम मोहम्मद आसिम कासमी सहित 15 लोगों को निजी मुचलके पर पाबंद किया है। वहीं पूर्व में हिंसा और उपद्रव के 15 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने मंगलवार को बताया कि सुरक्षा के लिहाज से पिछले 24 घंटे से ऐसे लोगों पर विशेष नजर रखी जा रही है जो क्षेत्र में माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। पूर्व में हिंसा और उपद्रव भड़काने के 15 आरोपियों को गिरफ्तार (arrested) किया गया है। दो मस्जिदों के इमाम समेत 15 लोगों को नोटिस तामील कराए गए हैं।