उत्तराखंड के कुमाऊ वासियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. आपको बता दे हल्द्वानी से पिथौरागढ़ जाने के लिए के लिए लोगों को बस या टैक्सी से सफर करना पड़ता है
उत्तराखंड (Uttarakhand) के कुमाऊ वासियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. आपको बता दे हल्द्वानी से पिथौरागढ़ (Haldwani to Pithoragarh) जाने के लिए के लिए लोगों को बस या टैक्सी से सफर करना पड़ता है जिसमे करीब 12 से 15 घंटे का समय लग जाता है और अब लोगों का सफर आसान होने जा रहा है। हल्द्वानी से धारचूला (Haldwani to Dharchula) की दूरी सड़क मार्ग से करीब 340 किलोमीटर है लेकिन अब हेरिटेज एविएशन कंपनी (Heritage Aviation Company) इस रूट पर हेली सेवा शुरू करने जा रही है।
जानकारी के मुताबिक बीते दिनों CM के हल्द्वानी दौरे के दौरान कंपनी हेलीपैड का विजिट कर चुकी है। कंपनी अधिकारियों का कहना है कि इसी महीने अंत तक सुविधा यात्रियों को उपलब्ध हो सकती है। ऐसे में हेली सेवा शुरू हो जाने से हल्द्वानी से पिथौरागढ़ और धारचूला जाने के लिए मात्र 40 मिनट का समय लगेगा। हेलीकाप्टर हल्द्वानी के गौलापार हेलीपैड से एक दिन में दो चक्कर लगाएगा। और रात को हेलीकाप्टर गौलापार स्थिति हैलीपेड पर ही पार्क रहेगा। इसी के साथ ही गौलापार स्थित हेलिड्रम का विस्तार किया गया है।यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए सरकार इस रूट पर हेली सेवा शुरू करने जा रही है।
हेलीकाप्टर का किराया न्यूनतम रहेगा। ताकि आम आदमी भी सफर कर सके और हेलीकाप्टर का लाभ सीमांत से हल्द्वानी में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए आने वाले लोगों को भी मिलेगा।
वही ,उत्तराखंड के सीमांत जिला पिथौरागढ़ की नैनी सैनी हवाई पट्टी को सरकार ने वायु सेना को सौंपने का फैसला लिया है। अब हवाई पट्टी का विस्तार और संचालन वायु सेना करेगी। जिससे नागरिक और व्यावसायिक उड़ानें प्रभावित नहीं होंगी।
आपको बता दे पिथौरागढ़ में 1991 में हवाई पट्टी बनाई गई थीं। इसमें 1510 मीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा रनवे है। नागरिक उड्डयन विभाग इस हवाई पट्टी को विकसित नहीं कर पाया। इस कारण अब सरकार ने हवाई पट्टी को वायु सेना को सौंपने का फैसला लिया है।