हिमाचल में कुदरत का कहर टूटा है। बादल फटने की घटनाओं से हुई तबाही की तस्वीरें धीरे-धीरे सामने आ रही हैं।
हिमाचल (Himachal) में कुदरत का कहर टूटा है। बादल फटने की घटनाओं से हुई तबाही की तस्वीरें धीरे-धीरे सामने आ रही हैं। मंडी के धर्मपुर में स्याठी गांव जल सैलाब में बह गया , 61 ग्रामीण बमुश्किल बचाए गए |
बादल फटने के बाद से लापता लोगों में से तीन और के शव मिले हैं और अभी 34 लोगों की तलाश है। आपदा प्रभावित कई गांवों तक प्रशासन पहुंच नहीं सका है। करसोग, थुनाग और गोहर में लापता हुए लोगों का अभी कोई सुराग नहीं मिला है। बादल फटने और भूस्खलन से थुनाग और जंजैहली उपमंडल में सड़कें ध्वस्त हो गई हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू (Chief Minister Sukhvinder Sukhu) ने मंडी जिले के प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद रेस्क्यू और आपदा राहत के लिए वायुसेना की मदद मांगी है | कई क्षेत्रों में एनडीआरएफ-एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हैं। दो शव कांगड़ा कांगड़ा और एक हमीरपुर में मिला है जोगिंद्रनगर और देहरा में मिले शवों के भी बाढ़ पीड़ित होने की शिनाख्त हुई है |