रोडवेज के मार्गों पर निजी बसों को परमिट देने के विरोध में उत्तराखंड परिवहन निगम कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की हड़ताल समाप्त हो गई है। आधे दिन तक हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला।
Uttarakhand: रोडवेज(roadways) के मार्गों पर निजी बसों को परमिट देने के विरोध में उत्तराखंड परिवहन निगम(Uttarakhand Transport Corporation) कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की हड़ताल समाप्त(strike ends) हो गई है। आधे दिन तक हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। परिवहन विभाग(transport department), निगम के अफसरों के साथ वार्ता और चार बिंदुओं पर सहमति बनने के बाद मोर्चा ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा की।
बुधवार को मोर्चा की हड़ताल से प्रदेश में बसों का करीब 70 फीसदी संचालन प्रभावित रहा। सचिव परिवहन बृजेश संत की अध्यक्षता में मोर्चा पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। इसमें निगम में कार्यरत संविदा, विशेष श्रेणी चालक, परिचालक एवं तकनीकी कार्मियों के नियमितीकरण(regularization) पर निर्णय के लिए निगम के महाप्रबंधक प्रशासन, वित्त नियंत्रक, महाप्रबंधक कार्मिक व तकनीकी अधिकारी की समिति गठित करने पर सहमति बनी। यह समिति निगम एमडी को रिपोर्ट देगी। सभी कार्मिकों को नियमितीकरण नियमावली में शामिल करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।बैठक में रोडवेज के मार्गों पर निजी बस संचालकों(private bus operators) को परमिट जारी करने संबंधी अधिसूचना को निरस्त करने के संबंध में पुन: परीक्षण कर विचार को को लेकर एक समिति गठित होगी, जिसमें परिवहन व निगम के अफसर शामिल होंगे। फिलहाल परमिट देने का निर्णय स्थगित रखा गया है। बैठक में संयुक्त परिवहन आयुक्त एसके सिंह, निगम के महाप्रबंधक अनिल सिंह गर्ब्याल, सीपी कपूर, पवन मेहरा तो मोर्चा की ओर से संयोजक अशोक चौधरी, रविनंदन कुमार, रामकिशुन राम, राजीव खुल्बे मौजूद रहे।