सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक व्यक्ति द्वारा विभिन्न राजस्व कार्यों के लिए “निर्धारित रेट/फीस” बताए जाने वाले वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल ने संज्ञान लिया है |
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक व्यक्ति द्वारा विभिन्न राजस्व कार्यों के लिए “निर्धारित रेट/फीस” बताए जाने वाले वीडियो/पोस्ट वायरल होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल (DM Lalit Mohan Raiyal) ने संज्ञान लिया है। वायरल सामग्री में राजस्व विभाग के अधिकारियों विशेषकर पटवारी, तहसीलदार (Tehsildar) और उप जिलाधिकारियों के संबंध में गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
इस दौरान जिलाधिकारी ने ऐसे आरोपों को राजकीय कार्यप्रणाली (Political System) की पारदर्शिता और अखंडता को प्रभावित करने वाला बताते हुए प्रामाणिक जांच के आदेश जारी किए हैं। इस संबंध में अपर जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह नेगी (Additional District Magistrate Shailendra Singh Negi) को जांच अधिकारी नामित किया गया है। जांच अधिकारी को सम्बंधित चीज़ो पर जांच के निर्देश दिए गए हैं | जांच अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वे 15 दिसंबर 2025 तक जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। साथ ही जिलाधिकारी ने ये भी स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जांच अवधि में कोई भी अधिकारी/ कर्मचारी इस प्रकरण से संबंधित किसी मीडिया प्लेटफॉर्म पर बयान जारी नहीं करेगा ऐसा किया जाना आचरण नियमावली का उल्लंघन माना जाएगा।