इस बार भक्तों को गुरुओ का आशीर्वाद लेने के लिए अपनी 72 घंटे पूर्व की कोविड-19 रिपोर्ट लानी होगी, बॉर्डर पर नेगेटिव रिपोर्ट दिखाकर ही प्रवेश मिलेगा हालांकि इसके बाद भी गंगा स्नान पर रोक रहेगी।
कोरोना की तीसरी लहार के खतरे को देखते हुए धर्मनगरी हरिद्वार में कल 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर्व का स्नान संकेतिक होगा। श्री गंगा सभा और तीर्थ पुरोहित ही सांकेतिक रूप से पूजन कर स्नान करेंगे, हालांकि 72 घंटे पहले की rt-pcr नेगेटिव रिपोर्ट लाने पर गुरुओं के दर्शन कर आशीर्वाद लेने की अनुमति दी गई है. नेगेटिव रिपोर्ट से श्रद्धालु हरिद्वार तो आ सकेंगे लेकिन गंगा में स्नान नहीं कर पाएंगे। हर की पेडी समेत सभी घाटों पर पुलिस की कड़ी चौकसी रहेगी, कांवड़ यात्रा स्थगित होने के बाद हरिद्वार जिले के बॉर्डर पर पुलिस की सख्ती बढ़ा दी गई है 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा है और 25 जुलाई से श्रावण मास भी शुरू हो रहा है इस मौके में देश के अलग-अलग कोने से रहने वाले भक्त गुरु पूर्णिमा पर हरिद्वार मैं रहने वाले अपने गुरुओं का पूजन करने आते हैं।
लेकिन इस बार भक्तों को गुरुओ का आशीर्वाद लेने के लिए अपनी 72 घंटे पूर्व की कोविड-19 रिपोर्ट लानी होगी, बॉर्डर पर नेगेटिव रिपोर्ट दिखाकर ही प्रवेश मिलेगा हालांकि इसके बाद भी गंगा स्नान पर रोक रहेगी हरिद्वार के डीएम रविशंकर ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने सावन में कांवड यात्रा पर प्रतिबंध लगाया है. गुरु पूर्णिमा पर बाहरी राज्यों से भारी मात्रा में श्रद्धालुओं के हरिद्वार आने की संभावना है इससे संक्रमण के प्रसार की आशंका हो सकती है, लिहाजा केंद्र और राज्य की गाइड लाइन का सख्ती से पालन कर मानक संचालन प्रक्रिया के अनुपालन के साथ सांकेतिक रूप से गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा, वही एसएसपी ने बताया कि गुरु पूर्णिमा पर हर की पैड़ी पर पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा बॉर्डर पर भी सख्ती की जाएगी गुरु का पूजन करने वाले को rt-pcr नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।