श्रावण मास के पहले सप्ताह में ही कांवड़ मेला पूरे शबाब पर पहुंच गया है। आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ रहा है कि हरिद्वार से लेकर गंगनहर पटरी और हाईवे तक सिर्फ शिवभक्तों की कतारें नजर आ रही हैं।
श्रावण (Shravan) मास के पहले सप्ताह में ही कांवड़ मेला पूरे शबाब पर पहुंच गया है। आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ रहा है कि हरिद्वार (Haridwar) से लेकर गंगनहर पटरी और हाईवे तक सिर्फ शिवभक्तों की कतारें नजर आ रही हैं।
पांच दिन के अंदर 80 लाख 90 हजार कांवड़ (Kanwar) यात्री अपने गंतव्य को लौट गए हैं। कांवड़ मेले की आधिकारिक शुरुआत 11 जुलाई से मानी गई है, लेकिन इससे पहले ही शिवभक्त हरिद्वार पहुंचना शुरू हो गए थे | प्रशासन ने 10 जुलाई से कांवड़ियों की गिनती शुरू की थी। पुलिस (Police) प्रशासन की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक 10 जुलाई से लेकर मंगलवार शाम छह बजे तक कुल 80 लाख 90 हजार कांवड़ यात्री गंगाजल भरकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो चुके हैं।