पिछले ढाई साल से उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड भंग करने की मांग की जा रही है. चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत समिति के तत्वाधान में आंदोलन चल रहा है
ऋषिकेश. पिछले ढाई साल से उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड भंग करने की मांग की जा रही है. जिसके लिए तीर्थ पुरोहित लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत समिति के तत्वाधान में आंदोलन चल रहा है. अपनी मांगो को पूरा करवाने के लिए अब तीर्थ पुतोहितों ने नया दावं चला है. समिति ने ऐलान किया है कि चुनाव मैदान में भाजपा उम्मीदवारों को चुनौती देंगे। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में महापंचायत तीर्थ पुरोहित क्षेत्र की 15 सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारेगी।
समिति के अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल ने कहा कि आंदोलन को पूरे ढाई वर्ष हो गये हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार तीर्थपुरोहितों और हक हकूकधारियों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। कहा कि अब आरपार की लड़ाई होगी। इसकी शुरुआत गैरसैंण में होने वाले शीतकालीन सत्र से की जाएगी।
तीर्थ पुरोहितों ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि उन्हें देवस्थानम बोर्ड भंग करने के अलावा कोई और विकल्प मंजूर नहीं है। तीर्थपुरोहितों ने देश के श्रद्धालुओं से आह्वान किया, कि वे प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और राज्यपाल को पोस्टकार्ड भेजकर बोर्ड भंग करने की मांग करें।