गौला पुल टूटने पर लोगों ने ठहराया वन विभाग के लोगों को ज़िम्मेदार.कहा खनन कार्यों की वजह से पुल क्षतिग्रस्त हुआ है और वन विभाग के लोग अवैध खनन कार्य करवाते हैं.
पिछले दिनों उत्तराखंड में हुई भारी बारिश से काफी तबाही हुई है.बाढ़, भूस्खलन होने के साथ ही जान-माल का भी काफी नुकसान हुआ है.प्रदेश में हुई तबाही का हम इस बात से ही अनुमान लगा सकते हैं कि अभी तक NDRF, SDRF, POLICE और आपदा प्रबंधन के लोग कई जगह के रास्ते शुरू नहीं कर पाए हैं.अभी तक मलबे में दबे लोगों के शवों को निकाला जा रहा है, साथ ही लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने में भी हेलीकॉप्टर का प्रयोग किया जा रहा है.वहीं भारी बारिश की वजह से हल्द्वानी की गौला नदी ऊफान पर आ गई थी जिस वजह से गौला पुल टूट गया था और इस वजह से वहां हज़ारों लोगों की आवाजाही बंद है.इस पर लोगों ने वन विभाग को घेरे में लिया है.उनका आरोप है कि गौला पुल की अप्रोच रोड वहां खनन के कारण क्षति ग्रस्त हो गई और इसका कारण वन विभाग के लोग हैं क्योंकि गौला पुल और उसके आस-पास वन विभाग के लोग तैनात रहते हैं और वही लोग अवैध खनन कराते हैं.