नैनीताल के पाषाण देवी मंदिर में लगातार भूस्खलन अब चिंता का विषय बन गया है। बीते तीन दिन से हुए भूस्खलन से ठंडी सड़क में लोगों की आवाजाही बन्द कर दी है
नैनीताल. नैनीताल के पाषाण देवी मंदिर में लगातार भूस्खलन अब चिंता का विषय बन गया है। बीते तीन दिन से हुए भूस्खलन से ठंडी सड़क में लोगों की आवाजाही बन्द कर दी है। इस बीच जिलाधिकारी ने निरीक्षण कर लोनिवि व व कुविवि भूगर्भ विज्ञान विभाग से संयुक्त निरीक्षण कर ट्रीटमेंट करने की बात कही है।
बता दें कि बीते तीन दिनों से ठंडी सड़क पाषाण देवी मंदिर के समीप केपी हॉस्टल के नीचे पहाड़ी टूटने का सिलसिला चल रहा है। लगातार मलबा व बड़े बोल्डर गिरने से ठंडी सड़क बन्द मलवे से बन्द हो चुकी है। साथ ही मलबा झील में समा रहा है। जिसके चलते ठंडी सड़क आवाज़ाही के लिए बन्द कर दी गई है। साथ ही खतरा देखते हुए केपी हॉस्टल के बी ब्लॉक में रह रही छात्रा को ए ब्लॉक में शिफ्ट कर दिया है। इधर हॉस्टल को खतरा देखते हुए पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष पंकज भट्ट व अन्य छात्रों ने जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल को ज्ञापन सौपते हुए शीघ्र व्यवस्था बनाने की मांग की है।
वहीं केपी हॉस्टल की वॉर्डन डॉ हिमांशु लोहनी ने बताया कि हॉस्टल के नीचे से ही भूस्खलन हुआ है। जिससे रास्ता टूट गया है। पूरी रात डर के कारण नींद नहीं आई है। हॉस्टल के बी ब्लाक को खतरा बना हुआ है। जिसके चलते बी ब्लाक खाली कर दिया है।
लोनिवि की ओर से भूस्खलन वाले क्षेत्र में पन्नी डालकर किसी तरह उसे रोकने की कोशिश की गई थी. लेकिन वह नाकामयाब नजर आए. जेसीबी मशीन के द्वारा मलबे को हटाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन उसमें भी छात्रावास में खतरा मंडराता नजर आ रहा है. सभासद मनोज शाह जगाती ने बताया कि लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है. लगातार पहाड़ी से मलबा और बोल्डर गिरने से स्थाई बिल्डिंग को सबसे ज्यादा खतरा झेलना पड़ रहा है।