हल्द्वानी मे भी इस वर्ष छठ पूजा का भव्य आयोजन 25 अक्टूबर से शुरू होकर 28 अक्टूबर तक श्रद्धा पूर्वक मनाया गया जहाँ आज उषा अर्घ्य यानि उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपने व्रत का का समापन किया गया !
HALDWANI: भारतीय संस्कृति के पर्वों में छठ पूजा (chhath puja) वो अनूठा पर्व है जिसमें पौराणिकता, धार्मिकता, लोक संस्कृति और प्रकृति की आराधना का अद्भुत संगम दिखाई देता है। ये केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि लोक जीवन का उत्सव है। ये एक ऐसा पर्व है जिसमें धरती, जल, सूर्य और वायु सबको समान रूप से पूजनीय मानकर मनुष्य अपनी जड़ों से जुड़ता है। ये हमारे समाज का वो जीवंत उत्सव है, जो गांवों की माटी, माँ की गोद, घाटों की गूंज और गीतों की मिठास में बसता है। छठ पूजा में सूर्य देव को जीवन, ऊर्जा और स्वास्थ्य का स्रोत माना गया है। ऐसा विश्वास है कि सूर्य की किरणें जब अर्घ्य के जल से होकर भक्तों के शरीर पर पड़ती हैं, तो मन-तन शुद्ध होता है और रोग दूर होते हैं। इस दौरान छठी मइया की पूजा की जाती है, जो आरोग्य, संतान-सुख और समृद्धि प्रदान करती हैं। तो वही हल्द्वानी (Haldwani) मे भी इस वर्ष छठ पूजा का भव्य आयोजन 25 अक्टूबर से शुरू होकर 28 अक्टूबर तक श्रद्धा पूर्वक मनाया गया जहाँ कल छठ पर्व के तीसरे दिन महिलाओ ने सांध्य अर्घ्य डूबते सूर्य को नदी घाट पर अर्घ्य दिया जहाँ महिलाये अपने पारम्परिक परिधानो मे पूजन स्थल पर पहुंची और स्थापित वेदियों का पूजन किया वही आज उषा अर्घ्य यानि उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपने व्रत का का समापन किया गया, आपको बता दे आयोजन समिति ने छठ मैया सफल आयोजन के लिए सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए प्रसाद वितरण के साथ छठ पूजा उत्सव के समापन की घोषणा की गयी !