हल्द्वानी: अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे बेरोजगार भूपेंद्र कोरंगा को आज पुलिस ने भारी फोर्स के साथ जबरन उठाकर अस्पताल भर्ती कराया है।
HALDWANI NEWS-: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) परीक्षा पेपर लीक मामले में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई। जब हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में चल रहे बेरोजगार युवाओं के धरने में पुलिस टीम दल-बल के साथ पहुंच गई। आमरण अनशन पर बैठे भूपेंद्र सिंह कोरंगा (Bhupendra Singh Koranga) को जबरन उठा ले गई। इस दौरान युवाओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की व हाथापाई हुई। आरोप है कि हंगामे में कुछ छात्राओं के कपड़े फट गए. चश्मे टूटे और हाथापाई में कुछ युवाओं को चोटें भी आई। पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी मौजूदगी में अनशनकारी भूपेंद्र कोरंगा को खींचते हुए पुलिस धरना स्थल से ले गई और एंबुलेंस में बैठाकर निकल गई।
महिलाओं को घसीटकर ले गई पुलिस
धरना स्थल पर मौजूद युवाओं ने पुलिस कार्रवाई का विरोध किया। उनका कहना था कि सरकार आंदोलित बेरोजगारों की आवाज को दबाने का काम कर रही है। वहीं पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए बल प्रयोग किया। इस दौरान महिलाओं और युवाओं को घसीटते हुए ले जाते देखा गया। वीडियो देखने के
उधर, हल्द्वानी में पुलिस और प्रशासन के इस रवैये से नाराज युवा पुलिस के खिलाफ तहरीर लिख रहे हैं। इसे डीजीपी को भेजा जाएगा। आरोप है कि पुलिस ने महिला और पुरुषों का कोई लिहाज नहीं किया। युवतियों के साथ अभद्रता की शांति पूर्वक धरने पर बैठे युवाओं पर बलप्रयोग का प्रयास किया गया। उधर, प्रशासन का कहना है कि अनशनकारी कोरंगा की स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना जरूरी थी। इस दौरान युवाओं ने विरोध किया।
बेरोजगार अपनी मांगों पर अड़े
धरना स्थल पर मौजूद उत्तराखंड एकता मंच के संयोजक पीयूष जोशी, विनोद कांडपाल और हरीश रावत ने अब भूख हड़ताल शुरू कर दी है। उनका कहना है कि जब तक पेपर लीक की सीबीआई जांच, परीक्षा निरस्त और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होगी. आंदोलन जारी रहेगा।