प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के बाद नदियां पूरे ऊफान पर बह रही है. बरसात के पानी ने अपना कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है
हल्द्वानी. प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के बाद नदियां पूरे ऊफान पर बह रही है. बरसात के पानी ने अपना कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जहां रामनगर कोसी बैराज से लगातार 1लाख 46 हजार क्यूसेक पानी बह रहा है, वहीं हल्द्वानी में गौला बैराज से लगातार 90 हजार क्यूसेक पानी छोडा जा रहा है. बाढ से हल्द्वानी गौला पुल का बढा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसे देखते प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा बढा दी है.
गोला नदी की बाढ को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी स्थलीय निरीक्षण किया। और उन्होंने उत्तराखंड में हुई आपदा पर चिंता जाहिर की है। उनका कहना है कि बारिश के बंद होने के बाद ही दैवीय आपदा का आंकलन लगाया जा सकता है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा कंट्रोल से आपदा की लगातार जानकारी लें रहे है. और आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे भी किया जा रहा है, मुख्यमंत्री प्रतिनिधि अनिल डब्बू ने गोला पुल का स्थलीय निरीक्षण किया, उनका कहना है कि बारिश के बंद होने के बाद ही पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से को जल्द सही कराया जाएगा।
नैनीताल जिला प्रशासन लगातार आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रहा है. एडीएम नैनीताल अशोक जोशी का कहना है कि रविवार से लगातार हो रही बारिश से गोला नदी ने अपने कई साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. बाढ से हल्द्वानी गौला पुल का बढा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसे देखते पुलिस प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा बढा दी है.
एस पी सिटी जगदीश चंद्र का कहना है कि पुलिस लगातार आपदा को देखते हुए लोगों को एहतियात बरतने के निर्देश दे रही हैं। और नदी किनारों पर एसडीआरएफ और पुलिस जवानों की तैनाती कर रही है।