वीआईपी हुई लालकुआँ विधानसभा सीट , पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लड़ रहे चुनाव , कॉंग्रेस और भाजपा के बागी भी चुनावी मैदान मैं आज़मायेगे किस्मत
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा लालकुआं सीट से चुनाव लड़े जाने के बाद से वीआईपी हुई लालकुआँ सीट भाजपा और कांग्रेस के लिए नाक का सवाल बन गई है। इन दोनों पार्टियों के लिए सबसे बड़ी दिक्कत ये है की दोनों दल यानि कांग्रेस और भाजपा के बागी प्रत्याशी भी लालकुआं से चुनावी मैदान में उतर रहे है । भाजपा से जहां पूर्व चेयरमैन पवन चौहान ने पार्टी छोड़ कर निर्दलीय चुनाव मैदान में ताल ठोक लिया है। दूसरी तरफ टिकट दिए जाने के बाद टिकट वापस होने से नाराज बगावत में उतरी कांग्रेस की संध्या डालाकोटी ने भी नामांकन वापस नहीं लिया है। कांग्रेस के हरीश रावत और भाजपा के डॉ मोहन सिंह बिष्ट के अलावा आम आदमी पार्टी से चंद्रशेखर पांडे ,बहुजन समाजपार्टी से पृथ्वी पाल सिंह रावत, समाजवादी पार्टी से मनोज पांडे और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर कुंदन मेहता नवीन पंत सहित 13 उम्मीदवार लालकुआं से अपना भाग्य आज़मा रहे है।
भाजपा और कांग्रेस के बागी उमीदवारो के चुनावी मैदान में उतरने से अब लालकुआं की वीआईपी सीट का सियासी समीकरण अब बिल्कुल बदल चुका है। भाजपा और कांग्रेस की सीधी टक्कर के बजाय अब निर्दलीय भी राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों के समीकरण बिगाड़ने को तैयार हैं।