रोना के चलते सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में दोपहर का भोजन बंद था. लेकिन अब राज्य परियोजना निदेशक ने एक नवंबर से स्कूली बच्चों को पका हुआ खाना परोसने के निर्देश दिए हैं
हल्द्वानी. कोरोना के चलते सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में दोपहर का भोजन बंद था. लेकिन अब राज्य परियोजना निदेशक ने एक नवंबर से स्कूली बच्चों को पका हुआ खाना परोसने के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद प्रधानमंत्री पोषण निर्माण योजना के तहत स्कूलों में दोपहर का भोजन पकेगा। समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक बंशीधर तिवारी ने कोविड प्रोटोकाल का पालन कराते हुए एक नवंबर से स्कूलों में पका-पकाया भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना के चलते करीब 2 साल से स्कूल बंद थे, स्कूलों में भोजना पकना बंद होने से भोजनमाताएं चिंता में थीं. भोजन पकाने का आदेश होने से नैनीताल जिले की दो हजार से अधिक भोजनमाताओं को राहत मिली है। योजना के जिला प्रभारी बंशीधर कांडपाल ने बताया कि इससे नैनीताल में 60 हजार से अधिक बच्चे लाभांवित होंगे।
सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा एक से 8वीं तक के बच्चों को प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत पका-पकाया भोजन उपलब्ध कराया जाता है। कोरोना की वजह स्कूल बंद रहे। सितंबर में चरणबद्ध तरीके से पहले जूनियर व फिर प्राथमिक स्कूल खोले गए। हालांकि अभी तक स्कूलों में भोजन नहीं पक रहा है। बच्चों को चावल व खाद्य सुरक्षा भत्ता उपलब्ध कराया जा रहा था।