नैनीताल के ग्राम प्रधान संगठन की ओर से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया
Latest Uttarakhand News : समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन :
नैनीताल के ग्राम प्रधान संगठन की ओर से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया, जिसमें उन्होंने ग्राम पंचायतों में आ रही समस्याओं से अवगत कराया। बुधवार को कई ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों ने धरना प्रदर्शन किया और शीघ्र ही समस्याओं से निजात पाने की मांग करते हुए ग्राम प्रधान संगठन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। प्रधान संगठन की ओर से कहा गया की यदि मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुए तो ग्राम प्रधान संगठन पूरे प्रदेश सहित राष्ट्रीय में उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
मांग करते हुए उन्होंने बताया की सीएम द्वारा ग्राम पंचायत आपदा निधि की घोषणा एक वर्ष पूर्व की गई थी। जिसमें प्रत्येक ग्राम पंचायत को आकस्मिक निधि के रूप में दस हजार रूपए दिए जाने की घोषणा हुई थी। बताया की करोना काल में ग्राम प्रधानों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें पत्र और प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई थी, जिसका शासनादेश आज दिन तक प्राप्त नहीं हुआ। वहीं ग्राम पंचायत में स्थित सरकारी भूमि जिला पंचायत की भूमि का उपयोग ग्राम पंचायत में बनने वाले सरकारी भवनों के निर्माण में किए जाने का स्पष्ट शासनादेश किया जाए।
नैनीताल के ओखलकांडा से है जहा ग्राम पंचायती कार्यों में आ रही समस्याओं को लेकर ग्राम प्रधान संगठन ओखलकांडा ने बीते दिन एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इसमें संगठन के द्वारा राज्य सरकर और केंद्र के समक्ष ज्ञापन देकर आपनी समस्याओ और कार्य बाधाओं को रखा गया.
दरसल केंद्र और राज्य सरकारों के द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत के नए नियम बनाये गये हैं. इन नियमो से नाराज प्रधानो के द्वारा प्रदर्शन किया गया .इस कार्यक्रम में प्रधान संगठन ओखलकांडा की ओर से कहा गया की मोबाईल मानिटरिंग, टाइड और अनटाइड फण्ड के नये नियमों के द्वारा सरकार प्रधानो का अस्तित्व समाप्त करना चाहती हैं. उन्होंने कहा ग्राम पंचायतों को पंचायत भवन निर्माण हेतु निर्धारित 10 लाख की राशि को बढ़ाकर 20 लाख किया जाए, इसी के साथ ही उन्होंने कई अन्य समस्याएं सामने रखी । इस दौरान प्रधान संगठन निर्मल मटियाली के नेतृत्व में ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ग्राम पंचायतों की कई समस्याएं भेजी। वही, अध्यक्ष मटियाली ने कहा की मागें न मानने पर प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा.