शीतकाल में मौसम की बेरुखी, कम वर्षा और अब ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन के दबाव से नैनीताल की खूबसूरत नैनी झील की सेहत बीमार पड़ रही है।
शीतकाल में मौसम की बेरुखी, कम वर्षा और अब ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन के दबाव से नैनीताल(Nainital) की खूबसूरत नैनी झील (Naini Lake) की सेहत बीमार पड़ रही है। बीते पांच साल में यह पहली बार हुआ है जब जून दूसरे पखवाड़े में झील का जलस्तर(Water level) शून्य पर आ चुका है। अब इससे नीचे जाने पर इसे सामान्य से माइनस की ओर बढ़ना माना जाएगा।
माइनस का मतलब यह है कि झील के कोने सूख चुके हैं और धीरे-धीरे पानी के कुल क्षेत्रफल का आकार सिकुड़ रहा है। आदर्श स्थिति शून्य से ऊपर की ओर बढ़ना है। पिछले साल इस सीजन में झील का पानी शून्य से 3.67 फीट ऊपर था। सितंबर में झील अपने सर्वोच्च स्तर पर थी। यानी पानी शून्य से 12 फीट ऊपर चल रहा था, मगर वर्षा ने दगा दिया तो दिन प्रतिदिन स्थिति बिगड़ती चली गई।